Bengaluru : AI Company डोजी को तेज़ी से विस्तार करने के लिए SBI और अन्य संस्थाओं से मिली फंडिंग

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बेंगलुरु, भारत, 11 अप्रैल 2023- भारत के पहले कॉन्टैक्टलेस रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग (आरपीएम) और एआई-आधारित अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) डोजी ने अपनी सीरीज ए2 फंडिंग के हिस्से के रूप में 6 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इस दौर में डोजी के मौजूदा निवेशक आधार की ओर से धन का प्रवाह देखा गया, जिसमें प्राइम वेंचर पार्टनर्स, 3वन4 केपिटल, योअर नेस्ट वीसी और नए निवेशक शामिल थे। इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जे एंड ए पार्टनर्स फैमिली ऑफिस, और दिनेश मोदी वेंचर्स (पूर्व-जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स प्रमोटर्स -शरण आशेर और प्रणभ मोदी) शामिल हैं। डोजी ने 50 से अधिक जिलों को कवर करते हुए 380 से अधिक अस्पतालों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इसकी प्रमुख हालिया उपलब्धियों में इसके प्रमुख रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग उत्पाद डोजी कॉन्टैक्टलेस वाइटल साइन्स (वीएस) मेजरमेंट सिस्टम के लिए यूएस एफडीए 510(के) क्लीयरेंस शामिल है, जो वैश्विक मानकों के साथ मेड इन इंडिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। यूएस एफडीए चिकित्सा उपकरणों और एल्गोरिदम के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है।

‘मेक इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड’ के अपने एप्रोच के साथ अग्रणी – डोजी की नवीन तकनीक का उद्देश्य भारत और विकासशील देशों में अपने संपर्क रहित रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग (आरपीएल) और एआई-आधारित अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी फासले को दूर करना है। इस नई फंडिंग के साथ डोजी की भारतीय बाजार में और विस्तार करने और इसकी अलग-अलग आर एंड डी क्षमताओं में अधिक निवेश करने की योजना है। इसके अलावा, फंडिंग के जरिये कंपनी के वैश्विक विस्तार को और तेजी हासिल होगी।

इस साल की शुरुआत में डोजी ने ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (बीआईआई), यूके के डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीट्यूशन (डीएफआई) और इंपैक्ट इन्वेस्टर के साथ भारत और अन्य क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों को बदलने के लिए 140 सार्वजनिक अस्पतालों में 6,000 अस्पताल बेड अपग्रेड करने के लिए भागीदारी की। इसके अलावा, कंपनी ने मैरिको इनोवेशन फाउंडेशन अवार्ड, हेल्थकेयर में डिजिटल इनोवेशन के लिए फिक्की गोल्ड अवार्ड, अंजनी माशेलकर इनक्लूसिव इनोवेशन अवार्ड (एएमआईआईए) और कई अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए हैं।

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डोजी के सीईओ और को-फाउंडर श्री मुदित दंडवते कहते हैं, ‘‘डोज़ी ने भारत में देखभाल से जुड़ी महत्वपूर्ण सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए अगले दो वर्षों में 100 से अधिक जिलों में 2,000 से अधिक अस्पतालों तक पहुंचने की योजना बनाई है। मौजूदा सीरीज ए2 फंड जुटाना कंपनी की देश के कोने-कोने तक अपनी पहुंच बढ़ाने और वैश्विक बाजार में मेड इन इंडिया उत्पादों के युग की शुरुआत करने की योजना का एक हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों में डोजी ने जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है, लेकिन हमारी विकास यात्रा अभी शुरू हुई है, और अभी बहुत कुछ करना बाकी है। विकास की हमारी यह रफ्तार ‘हर बेड डोजी बेड’ को भारतीय हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर का भविष्य बनाने के हमारे लक्ष्य की दिशा में तेजी से हो रही प्रगति को ही प्रदर्शित करती है।’’

डोजी स्वास्थ्य कर्मियों को हृदय गति, श्वसन दर, रक्तचाप, ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल, तापमान और ईसीजी जैसे रोगियों के महत्वपूर्ण मापदंडों की दूर से निगरानी करने में सक्षम बनाता है। डोजी का अर्ली वार्निंग सिस्टम महत्वपूर्ण मापदंडों के रुझानों को ट्रैक करता है और रोगियों की नैदानिक गिरावट का शीघ्र पता लगाने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अलर्ट प्रदान करता है। इस तरह वे समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान कर सकते हैं। स्वतंत्र कंसल्टिंग फर्म सत्त्व द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि डोजी से जुड़े प्रत्येक 100 बिस्तरों के लिए यह 144 जीवन बचा सकता है और 80 प्रतिशत समय नर्सों द्वारा वाइटल के लिए लिया जाता है और आईसीयू एएलओएस को 1.3 दिनों तक कम कर देता है।

2015 में आईआईटी ग्रेजुएट्स मुदित दंडवते और गौरव पर्चानी द्वारा स्थापित डोजी सही मायने में मेड इन इंडिया इनोवेशन है। रोगी सुरक्षा, डेटा सुरक्षा, गोपनीयता और विश्वसनीयता में वैश्विक मानकों के साथ इस पर देशभर के शीर्ष स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा भरोसा किया जाता है। इसकी नवीन तकनीक कोविड-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण साबित हुई है और इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा के लिए सुनिश्चित और आसान पहुंच का मार्ग प्रशस्त करना है। डोजी का मिशन स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का बोझ कम करना और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए सुलभ बनाना है।