मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने तीसरी लहार को लेकर कुछ बाते कही है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश को हमें हर हाल में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाना है। लीडर वही है जो सही दिशा में जनता को लीड कर सके। मेरा यही आग्रह है कि आप जनता को सही दिशा में लीड करें। मैं देख रहा हूं कि जहां हमने अनलॉक किया है, वहां कुछ-कुछ जगह भीड़ अनियंत्रित हो रही है। हमें यह नहीं होने देना है। हम बार-बार लॉकडाउन नहीं कर सकते।
आपको बता दे, सीएम ने आज प्रदेश के जिलों के प्रभारी मंत्रियों, प्रभारी अधिकारियों,ज़िला प्रशासन एवं क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों को संबोधन के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में पेड़ लगाने के अभियान को गति देना होगी। आप अपने हर गांव में दो लोग ऐसे छांटिए जो स्वास्थ्य के प्रति जागरुक हैं। उन्हें मिनिमम बेसिक ट्रेनिंग दी जाए जिससे वे गांव में होने वाली बीमारियों पर नज़र रख सकें। ब्लॉक में ऐसे तीन लोग हों।
प्रदेश में निःशुल्क राशन वितरण का कार्य ठीक से हो। सरकार ने कोविड अनुकंपा नियुक्ति योजना हमने बनाई है, इसका क्रियान्वयन भी ठीक से हो। योग से निरोग अभियान से लोगों को बहुत फायदा हुआ है, इसे जारी रखा जाए। कोविड के प्रति जागरुकता के लिए क्षेत्रीय भाषा में गीत तैयार कर भी लोगों को जागरुक किया जा सकता है। प्रयास अलग-अलग तरीके से किये जा सकते हैं, लेकिन ध्येय हम सबका कोरोना की रोकथाम ही है।आगे उन्होंने कहा है कि हमने योग से निरोग अभियान चलाया है हमने, अपने क्षेत्र में हम योग को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का, स्वस्थ जीवन का अंग बनाने का अभियान गांव-गांव चला सकते हैं। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है।
सीएम ने कहा कि जितनी योजनाएं हमने कोविड काल में बनाई हैं, जैसे कोविड बाल सेवा योजना, अनुकंपा नियुक्ति योजना, विशेष अनुग्रह योजना और कोविड उपचार योजना इन सब का प्रभावी क्रियान्वयन हो, कोई भी जरूरतमंद न छूटे। लोकगीत, पोस्टर, होर्डिंग, वॉयस मैसेज, क्षेत्र भ्रमण और अन्य क्या तरीके हो सकते हैं टीकाकरण पर जागरूकता के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी इनके बारे में विचार करे। मैं देख रहा हूं कई जगह जहां अन्लाक हुआ है वहां भीड़ बढ़ रही है, इससे फिर खतरा बढ़ सकता है।
टीकाकरण का काम प्रधानमंत्रीजी ने अपने हाथ में लिया उसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद देता हूँ। आप तय कीजिए कैसे ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण हो, किसे प्राथमिकता मिले टीकाकारण में। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी देखे कि कैसे टीकाकरण के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैले। इन सब के मूल में है कोरोना के संक्रमण को रोकना, इसे बढ़ने नहीं देना और दुनिया भी चलाना। हम लॉक कर के नहीं रह सकते। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी मास्क, दूरी और कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन कराए।