देश में इस वक़्त ASI खूब चर्चा में है। पहले अयोध्या, फिर काशी और अब मध्य प्रदेश। प्रदेश के कई धार्मिक स्थलों पर ASI का सर्वे चल रहा है। इस दौरान ASI प्रदेश में धार जिले के भोजशाला और पन्ना जिले के गुन्नौर के नचना-कुठरा गांव में सर्वे कर रही है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के जबलपुर सर्किल के पुरातत्वविद् डॉ. शिवाकांत वाजपेयी ने कहा कि हम भारत के सबसे पुराने मंदिर की तलाश में हैं।
‘इन टीलों के नीचे ऐतिहासिक विरासत छिपी हुई’
उन्होंने आगे कहा कि यहां खुदाई का काम शुरू हो गया है। अभी शुरुआती चरण है।जिस तरह से खुदाई आगे बढ़ेगी, हम देखेंगे कि हमें क्या मिलता है, हालांकि यहां के लोगों का कहना है कि इन टीलों के नीचे ऐतिहासिक विरासत छिपी हुई है। हमारा यह भी अनुमान है कि 5वीं सदी से भी पुराना कोई ऐतिहासिक स्मारक यहां पाया जा सकता है।
‘देश के मंदिरों का इतिहास बदल जाएगा’
आपको बता दें कि ASI के अधिकारी इस खुदाई के लिए बेहद उत्साहित है। ASI इस वक़्त प्रदेश के पन्ना जिले के गुन्नौर के नचना-कुठरा गांव में सर्वे कर रही है। इतिहास और अधिकारीयों के मुताबिक, यहां यहां पुरातात्विक महत्व के दो मंदिर पहले से ही मौजूद हैं। एक है 5वीं शताब्दी का पार्वती मंदिर और दूसरा है चौमुखनाथ का शिव मंदिर। ASI का मानना है कि यहां इससे भी पुराने स्मारक मिल सकते है। लोगों का कहना है कि यहां करीब 3000 से 4000 हज़ार साल पुराने स्मारक मिल सकते है। अगर ऐसा होता है तो देश के मंदिरों का इतिहास बदल जाएगा।