अमरनाथ यात्रा को लेकर अब लोगों का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। दक्षिण कश्मीर हिमालय में पवित्र गुफा मंदिर के लिए 62 दिवसीय तीर्थ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने वाली है और 31 अगस्त तक यह यात्रा जारी रहेगी। अमरनाथ यात्रा हर साल दो मार्गो से होती है। पहला दक्षिणी मार्ग गांदेरबल में बालटाल से और दूसरा अनंतनाग जिले में उतरी मार्ग पहलगाम से होकर अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा का हाल जानने के लिए सेना के कमांडरों ने 1 जुलाई से 2 महीने के लिए शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक की।
यात्रा की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए नाइट विजन डिवाइस, ड्रोनस्नाइपर्स, सिस्टम, बम डिस्पोजल स्क्वाड, डॉग स्क्वायड, काउंटर आईडी उपकरण, वाहन मरम्मत और रिकवरी टीमों के माध्यम से नाइट डोमिनेशन के साथ बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।सेना के रक्षा प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सेना कमांडर ने दोनों मार्गों पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जहां उन्हें रात में देखने वाले उपकरणों स्नाइपर, ड्रोन सिस्टम, बम निरोधक दस्ते कुत्ते के माध्यम से रात में निगरानी रखने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी गई।