Taliban Bans Political Parties : अफगानिस्तान में सभी 70 पॉलिटिकल पार्टियां को बैन कर दिया गया हैं। बता दे कि, अफगानिस्तान के मिनिस्टर ऑफ जस्टिस अब्दुल हकीम शरेई ने 16 अगस्त को एक बयान दिया था, जिसमे उन्होंने कहा था कि, “मुस्लिमों के लिए बना शरिया कानून ही उनके जीवन का आधार होता है। इस कानून में पॉलिटिकल पार्टीज का कोई वजूद नहीं है। साथ ही कहा था कि, इसलिए अफगानिस्तान में राजनीतिक दलों के संचालन के लिए शरिया आधार नहीं हो सकता है।”
अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के 15 अगस्त को पूरे हुए थे 2 साल
दरअसल हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के 2 साल पूरे हुए हैं। इसके बाद ही तालिबान ने वहां के 70 राजनीतिक दलों को बैन कर दिया है। अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था और तभी से वहां के हालात खराब हैं।
तालिबान ने लोगों को खासकर महिलाओं पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं। महिलाओं की जिंदगियां बेकार बनी हुई हैं। ऐसे में तालिबान ने यह तुगलकी फरमान जारी किया है।
आपको बता दे कि, तालिबान के सत्ता में आने पर करीब 70 राजनीतिक दलों ने जस्टिस मिनिस्ट्री में रजिस्टर करवाया था। उस वक्त तालिबान ने इन्हें बैन करने के संबंध में कुछ नहीं कहा था। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के एक कमेंटटेर तोरेक फरहादी ने कहा- तालिबान ने खाड़ी देशों को आधार बनाकर यह फैसला लिया है।