बिहार में सियासी उठापटक के बीच उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस और समाजवादी के बीच लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारें की बात बन गई है। इसका ऐलान यूपी के पूर्व सीएम अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दी है। हालांकि कांग्रेस की ओर से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
दरअसल शनिवार को अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी। हालाकिं समाजवादी पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस अहसमत नजर आ रही है और अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का इस पर बयान नहीं आया है।
इससे पहले भी 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हुई थी, लेकिन बैठक में कोई नतीजे नहीं निकल सका था। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सपा के साथ एक और बैठक होनी है। बात नहीं बनी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे।
गौरतलब है कि 2009 के लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस ने 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 सीटें जीतीं। 2019 के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद हैं।