विपिन नीमा
इंदौर के 24 वे महापौर पुष्यमित्र भार्गव इसी सप्ताह नए सरकारी बंगले में शिफ्ट होने जा रहे है। लोक निर्माण विभाग ने इस सरकारी बंगले को नया लुक दे दिया है। रेसीडेंसी एरिया में महापौर का नया सरकारी बंगला नंबर
F – 8 है। पुष्यमित्र से पहले रेसकोर्स रोड स्थित पुराने मेयर हाउस ( यशवन्त क्लब के सामने) पर चार महापौरों ने अपने अपने कार्यकाल गुजारे। पहली बार मेयर हाउस का स्थान बदला है। इसी प्रकार नगर निगम ने निगम मुख्यालय में महापौर परिषद के सदस्यों के लिए लाखों रु खर्च कर नए कक्ष तैयार किए है। सभी ने अपने अपने कक्ष संभाल लिए है।
नए मेयर हाउस पर ही लोंगो की समस्याए सुनेंगे
मेयर हाउस या महापौर सचिवालय अब रेसीडेंसी से संचालित होगा। बताया गया है कि नगर निगम मुख्यालय के अलावा महापौर का एक आफिस यहां भी रहेगा। यहां पर अधिकारियों के साथ बैठके सरकारी कामकाज ,अतिथियों से मिलने , लोंगो की समस्याएं सुनने जैसे आदि कार्य होंगे।
Read More : 😍Deepika padukone की इन तस्वीरों पर फैंस ने लुटाया जमकर प्यार, दिखा ग्लैमरस अंदाज😍
कई परेशानिया है पुराने पुराना मेयर हाउस में
निगम चुनाव के परिणाम आने से पहले ही नगर निगम ने लाखों रु खर्च कर रेसकोर्स रोड स्थित पुराने महापौर सचिवालय ( मेयर हाउस) की रंगाई पुताई , लाइटिंग, रिपेयरिंग , व अन्य तरह की सजावट कर दी थी। पुरानी बिल्डिंग होने के कारण कुछ समस्याएं थी। इसी बीच बिल्डिंग की स्थिति को देखते हुए निगम ने इसे तोड़कर नई बिल्डिंग बनाने का निर्णय लिया।
नए सचिवालय को संवारने का कार्य जारी
पुराने महापौर सचिवालय को तोड़ने का निर्णय हुआ महापौर के लिए नया सरकारी बंगला देखा गया। लोक निर्माण विभाग ने महापौर पुष्यमित्र को रेसीडेंसी एरिया में दो बंगले दिखाए । दोनों बंगले देखने के बाद भार्गव ने F -8 वाला बंगला पसन्द किया। PWD ने इस सरकारी बंगले की रंगाई – पुताई के साथ नया लुक देने का काम शुरू कर दिया है। 3 – 4 दिनों में यह बंगला तैयार हो जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को जो बंगला आवंटित किया है, उस बंगले में तीन साल पहले जनसंपर्क विभाग के सहायक संचालक अरुण कुमार राठौर रहते थे। वर्तमान में राठौर भोपाल में पदस्थ है।
Read More : जम्मू-कश्मीर मे हुआ भीषण हादसा, खाई में गिरी यात्रियों से भरी बस, 4 लोगो की मौत
चार पूर्व महापौरों का रहा एक ही मेयर हाउस
यशवन्त क्लब के सामने स्थित पुराने महापौर सचिवालय अब निगम की कोई गतिविधि नजर नही आएगी। अब यह बिल्डिंग किस रूप में तैयार होगी अभी इसका भविष्य तय नही हुआ है। इन चार पूर्व महापोरो ने इस बंगले में गुजारे अपने कार्यकाल –
कैलाश विजयवर्गीय
इस बंगले में सबसे पहले महापौर के रूप में कैलाश विजयवर्गीय आये। वे इस बिल्डिंग में कभी नही रहे , लेकिन उन्होंने अपना पूरा कार्यकाल इसी बंगले में मेयर हाउस बनाकर निकाला। तब से यह बंगले मेयर हाउस के नाम से जानी जाती है।
डॉ उमशशी शर्मा
कैलाश जी के बाद इंदौर नगत निगम में महापौर की कमान डॉ उमा शशि शर्मा ने संभाली। अपना पूरा कार्यकाल इसी बंगले में रहते हुए निकाला। यही से उनका कार्यालय चलता था।
कृष्णमुरारी मोघे
भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने महापोर रहते हुए इस बंगले में सबसे ज्यादा समय गुजारा। ये यही पर रहकर कामकाज निपटाते थे। उनका निगम मुख्यालय में आना – जाना कम ही रहा।
मालिनी गौड़
शहर की स्वच्छता का पूरा ऑपरेशन मालिनी गौड़ ने इसी बंगले से चलाया ओर दो बार स्वच्छता का अवार्ड जीता। मालिनी गोड़ भी कैलाशजी की तरह इस बंगले में कभी नही रही, लेकिन उन्होंने पूरे कार्यकाल के दौरान इस बंगले को मेयर हाउस या महापोर सचिवालय के रूप में चलाया।
पुष्यमित्र भार्गव
अपनी नई टीम के साथ नई पारी का आगाज कर दिया है। पुष्यमित्र पहलीबार नए सरकारी बंगले को मेयर हाउस के रूप में चलाएंगे।