आजादी के बाद शहर में सुभाष मार्ग हुआ करता था VIP काफिले की आवाजाही का मुख्य मार्ग, तो सुभाष चौक था सांस्कृतिक आयोजन का केंद्र

Suruchi
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आबिद कामदार

Indore। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा, दिल्ली चलो, और भी प्रभावी नारों से नेताजी सुभाषचंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी। उनके विचार आज भी हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं। आज नेताजी की जयंती पुरे देश में मनाई गई, वहीं आजादी के बाद से ही इंदौर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस को शहर में कई चौराहे और रास्ते समर्पित है, वहीं कई जगह उनकी प्रतिमाएं स्थापित की गई है। आज हम जानेंगे उनको समर्पित शहर के रास्तों और अन्य चीजों के बारे में।

आजादी के बाद शहर में वीआईपी लोगों का काफिला सुभाष मार्ग से गुजरता था।

शहर में आज वीआईपी लोगों की आवाजाही के लिए सुपर कॉरिडोर और एबी रोड का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन आज से लगभग 60 साल पूर्व वीआईपी लोगों को गांधी हॉल और रेसीडेंसी कोठी तक लाने ले जाने के लिए सुभाष मार्ग का इस्तेमाल किया जाता था। यह मार्ग शहर में बने 3 मुख्य मार्गों में से एक था, जो की सबसे ज्यादा चौड़ा हुआ करता था।

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जब पंडित जवाहरलाल नेहरु शहर आए तो बना जवाहर मार्ग

शहर में पहले मुख्य तीन मार्ग हुआ करते थे। महात्मा गांधी रोड जिसे अब एमजी रोड कहा जाता है, यह बड़ा गणपति से शुरू होकर पलासिया पर खत्म होता है, दूसरा मुख्य मार्ग जवाहर मार्ग था, जब नेहरू जी शहर आए थे तो उनको समर्पित इस रोड को बनाया गया था। वहीं तीसरा मुख्य मार्ग सुभाष मार्ग था जो की वीआईपी लोगों का मुख्य मार्ग था।

शहर के सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होते थे सुभाष चौक पर

राजवाड़े पर सुभाष मार्केट पर स्थित सुभाष चौक है। जहां पर शहर के ज्यादातर सांस्कृतिक आयोजन होते थे। जिसमे देशभक्ति के कार्यक्रम, सम्मेलन और अन्य आयोजन होते थे। खजुरी बाजार की शुरुआत से लेकर आसपास की जगह सुभाष चौक कहलाती है। ट्रैफिक समस्या और जगह कम होने से अब यहां कार्यक्रम करना मुश्किल है।

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लगभग 60 साल पहले इंदौर का सुभाष मार्ग बना था

आजादी के बाद लगभग 60 वर्ष पूर्व नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर बड़ा गणपति से बाईं ओर जाने वाला रास्ता सुभाष मार्ग कहलाता है, बड़ा गणपति से शुरू होकर लगभग 2.5 किलो मीटर का यह मार्ग चिमनबाग पर खत्म होता है। पहले मार्ग के शुरुआत में बड़ा गणपति चौराहे पर ही सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित थी। जिसे आगे चलकर चौराहे के साइड में स्थापित किया गया।

नेताजी सुभाषचंद्र बोस को समर्पित है बड़ा गणपति पर स्थित स्कूल

नेताजी सुभाषचंद्र बोस को समर्पित गवर्मेंट सुभाष हायर सेकेण्डरी स्कूल बड़ा गणपति पर स्थित है, वहीं शहर में नेताजी के विचारों को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई संस्थाएं कार्यरत है।