20 जुलाई से चातुर्मास का प्रारंभ हो गया है। ऐसे में 4 माह तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, चातुर्मास शुरू होने के साथ ही जगत के पालन हार भगवान विष्णु पूर्णतः 4 माह के लिए निद्रा लीन हो जाते हैं। कहा जाता है कि जब तक चातुर्मास लागू रहेगा तब तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में भड़ली नवमी के दिन से ही शादी-विवाह, नवीन गृह प्रवेश और मुंडन संस्कार जैसे मांगलिक कार्यों पर पूरे चार माह के लिए रोक लग जाती है।
फिर 4 माह बाद शादियों के शुभ मुहूर्त निकाले जाते हैं। बता दे, बहुत से लोग पिछले शादी के सीजन में शादी नहीं कर पाए वे अब चातुर्मास के बाद ही शादी कर पाएंगे। अगर आप भी इस लाइन में शामिल हैं तो चलिए जानते हैं कि चातुर्मास के बाद इस वर्ष शादी के लिए कितनी लग्न पड़ रही हैं? आज हम आपको 4 माह बाद आने वाले शुभ मुहूर्त की तारीख और कब तक रहेगा मुहूर्त उसके बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं –
आपको बता दे, अभी 4 माह तक कोई शुभ कार्य नहीं किया जाएगा ऐसे में चातुर्मास के बाद विवाह का पहला मुहूर्त 15 नवंबर को है। इस प्रकार से नवंबर माह में 7 और दिसंबर माह में कुल 6 शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं। जैसा की आप सभी जानते है चातुर्मास की शुरूआत हो चुकी है। चातुर्मास 20 जुलाई 2021 से प्रारंभ हो चुका है। इसकी अवधि की अगर बात करें तो यह आने वाले माह 14 नवंबर 2021 तक रहेगा। इस दिन देवोत्थान एकादशी है और इस एकादशी के बाद से ही मांगलिक कार्य जैसे शादी-विवाह होना शुरू हो जाएगा।
फिर भगवान विष्णु करेगें सृष्टि का संचालन –
मान्यताओं के अनुसार, 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी है इस एकादशी को देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। देवउठनी ग्यारस के ठीक एक दिन बाद यानी 15 नवंबर को माता तुलसी और सालिग्राम का विवाह हिन्दू धर्म के हर घर में संपन्न होगा। इसे देवोत्थान एकादशी कहा जाता है। इस दिन से शुभ मुहूर्त की शुरूआत हो जाती है। बता दे, इस दौरान हिन्दू धर्म में विवाह का पहला मुहूर्त 15 नवंबर 2021 को है। नवंबर माह में कुल 7 शुभ मुहूर्त और दिसंबर 2021 में कुल 6 शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं।
कौन-कौन सी तारीख को शुभ मुहूर्त हैं –
नवंबर माह में शुभ मुहूर्त तारीख – 15, 16, 20, 21, 28, 29 और 30
दिसंबर माह में शुभ मुहूर्त तारीख – 1, 2, 6, 7, 11 और 13