देश भर में सर्दी का असर बढ़ने के साथ ही मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उत्तर भारत में जहां घना कोहरा छाया हुआ है, वहीं दक्षिण और उत्तर-पूर्वी भारत में गरज के साथ बारिश हो रही है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले समय में मौसम की और गंभीर स्थिति की चेतावनी जारी की है, जिसमें तूफान और बारिश के प्रभाव को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
देश में मौसम का मिजाज
उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में सर्दी की स्थिति गंभीर हो गई है। यहां के अधिकांश इलाके इस समय घने कोहरे की चपेट में हैं, जिससे दृश्यता में कमी आई है और यातायात पर असर पड़ रहा है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाकों में कोहरे के कारण तापमान गिरने के साथ-साथ दिन में भी सर्दी महसूस हो रही है। इन क्षेत्रों में सर्दी और कोहरे की स्थिति आगामी दिनों में और गंभीर हो सकती है।
दक्षिण और उत्तर-पूर्व भारत में बारिश की चेतावनी
दक्षिण और उत्तर-पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में इस समय गरज के साथ बारिश हो रही है। खासकर, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राज्यों में बारिश के चलते मौसम में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवाती सिस्टम को लेकर चेतावनी जारी की है। IMD के अनुसार, सुमात्रा के तट और दक्षिण अंडमान सागर के पास एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो जल्द ही कम दबाव वाले क्षेत्र के रूप में विकसित हो सकता है। इसके तेज़ होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे दक्षिण भारत और आसपास के क्षेत्रों में मौसम में अहम बदलाव हो सकते हैं।
इन राज्यों में बारिश की संभावना
आने वाले दिनों में, विशेषकर 25 से 27 नवंबर के बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। निकोबार क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है। इस समय यह क्षेत्र चक्रवाती परिसंचरण के असर से प्रभावित होगा, जिससे बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलने की संभावना है।
25 से 27 नवंबर के बीच दक्षिण भारत, विशेषकर दक्षिण तमिलनाडु में भारी बारिश होने की संभावना है। IMD ने इस क्षेत्र में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश का अनुमान जताया है। इसके अलावा, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में भी बारिश हो सकती है। रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान तेज हवाएं चलने की संभावना भी है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
आईएमडी की भविष्यवाणी और सतर्कता
IMD ने 26 नवंबर तक अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती वातावरण की भविष्यवाणी की है, जिसमें हवाओं की गति 35 किमी प्रति घंटे से 45 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। इसके बाद 27 नवंबर को दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और दक्षिणपश्चिमी बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवाती स्थितियां बनने की संभावना है। चक्रवाती परिसंचरण और इसके बाद विकसित होने वाले तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। विशेष रूप से, दक्षिण तमिलनाडु और इसके आसपास के क्षेत्रों में यह प्रभाव ज्यादा हो सकता है।