बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रदीप मिश्रा की कथा में पहले दिन पहुंचे 5 लाख श्रद्धालु, सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम

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सीहोर। सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में 4 अप्रैल से किया जा रहा है। आज शिव महापुराण कथा का दूसरा दिन है। सीहोर वाले पंडित जी के नाम से मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिव की नगरी उज्जैन में पहली बार शिव महापुराण कथा कर रहे है। उज्जैन में प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा 10 अप्रैल तक जारी रहेगी। पहले दिन प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए करीब 5 लाख भक्त उज्जैन पहुंचे।

श्रद्धालुओं के लिए आयोजन समिति भोजन, पानी व अन्य प्रमुख व्यवस्थाएं करने में जुटी है। भारी वाहनों का डायवर्सन सुबह 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगा। महाकाल लोक, महाकाल मन्दिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमें तैनात रहेंगी। बताया जा रहा है कि, पं. प्रदीप मिश्रा की 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक उज्जैन में आयोजित होने वाली शिव महापुराण कथा में रूद्राक्ष का वितरण नहीं होगा।

श्रद्धालुओं को गर्मी से राहत पहुंचाने के लिए पंडाल में फव्वारे की भी व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़ा इसके लिए 12 उपसमितियों का गठन किया गया है जो पंडाल, पेयजल, भोजन, यातायात, स्वास्थ्य, प्रचार से लेकर प्रशासनिक समन्वय तक व्यवस्थाएं संभालेगी। पहले दिन प्रदीप मिश्रा के श्रीमुख से कथा सुनने के लिए करीब पांच लाख भक्त उज्जैन पहुंचे। पंडाल में सबसे आगे बैठने के लिए श्रद्धालुओं ने सोमवार रात से ही डेरा जमा लिया था। आने वाले दिनों में भक्तों की संख्या और भी बढ़ने का अनुमान है।

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उज्जैन में जारी शिव महापुराण कथा के दौरान प्रदीप मिश्रा ने राजनीति में आने को लेकर फिर कहा हमें राजनीति में नहीं आना है ना ही कोई चुनाव लड़ना है। हम महादेव के दास हैं उनके चरणों के दास बनकर रहना चाहते है। उन्होंने कहा कि न मैं कभी राजनीति में आऊंगा, न कभी चुनाव लड़ूंगा। मुल्लापुरा में बनाए गए पंडाल में पंडित प्रदीप मिश्रा ने सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का वाचन किया।