केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को संसदीय समीति व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसका निरीक्षण किया। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी करते हुए बताया लद्दाख के लिए सभी मौसम में संपर्क प्रस्थापित करने के लिए जम्मू और कश्मीर में कार्यान्वित महत्वपूर्ण परियोजना और एशिया की सबसे लंबी टनल जोजिला टनल का जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग की संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य सांसदों की उपस्थिति में मुआयना किया। इस परियोजना के तहत प्रदेश के लोगों को रोजगार मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर में 25 हजार करोड़ रुपए की लागत से बने 19 टनल के जोजिला में 6800 करोड़ रुपए की लागत से 13.14 किमी लंबाई के टनल एवं एप्रोच रोड़ का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह 7.57 मीटर उँची घोड़े की नाल के आकार की सिंगल ट्युब, 2-लेन टनल है, जो कश्मीर के गांदरबल और लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास शहर के बीच हिमालय में जोजिला दर्रे के नीचे से गुजरेगी। इस परियोजना में स्मार्ट टनल (SCADA) सिस्टम शामिल है, जिसका निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग पद्धति का उपयोग करके किया गया है। सीसीटीवी, रेडियो नियंत्रण, निर्बाध बिजली आपूर्ति, वेंटिलेशन जैसी सुविधाओं से यह सुसज्जित है। इस परियोजना में आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग से भारत सरकार के 5000 करोड़ रुपए की भी बचत हुई है।
लद्दाख के लिए सभी मौसम में संपर्क (All weather connectivity) प्रस्थापित करने के लिए जम्मू और कश्मीर में कार्यान्वित महत्वपूर्ण परियोजना और एशिया की सबसे लंबी टनल जोजिला टनल का आज जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री @manojsinha_ जी तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग की संसदीय सलाहकार… pic.twitter.com/HsgIcUJ13j
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 10, 2023
Also Read : बढ़ते कोरोना के मामले देख, इन राज्यों में मास्क लगाना हुआ अनिवार्य
गौरतलब है, इसके अंतर्गत 2680 करोड़ रुपए की लागत से 6.5 किमी लंबाई के जेड-मोड़ टनल एवं एप्रोच रोड़ का निर्माण कार्य प्रगति पथ पर है। यह 2-लेन मार्ग टनल कश्मीर के गंदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच पहाड़ी ग्लेशियर थजीवास ग्लेशियर के नीचे बन रही है। इस परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान जो मलबा निकला है, उसका उपयोग वे-साईड सुविधाएं तथा इलाके को विकसित करने के लिए किया गया है।