हरिद्वार कुंभ 2021 को लेकर क्या है सरकार की गाइडलाइन

Rishabh
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उत्तरखंड के हरिद्वार में 27 फरवरी से कुम्भ लगने जा रहा है, और इस बार का कुंभ 2021 काफी अलग होने जा रहा है जिसकी तैयारी बड़े जोरो शोरो से जारी है। इस बार के कुम्भ की तैयारी के अंतिम रूप को देखने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार दौरे पर निकले है और साडी तैयारियों का जायजा ले रहे है। इस बार का कुम्भ इसलिए खास है क्योकि साल 2020 में आयी कोरोना महामारी के कारण इसकी सारी तैयारी की जा रही है।

इसके लिए केंद्र सरकार ने कोरोना के चलते सारी सुरक्षा का खासतौर पर ध्यान रखा है। जिसके लिए केंद्र सरकार ने कुम्भ मेले में आने वाले शश्रद्धालुओं के ललिए गाइडलाइन जारी की है। यह गाइडलाइन केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी की गयी है जिसमे ये साफ जाहिर किया गया है कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से अपने साथ 72 घंटे पहले की कोविड-मुक्त होने की जांच यानिकि अपनी कोविद की नेगटिव रिपोर्ट लानी होगी।

साथ ही इन गाइड लाइन के तहत केंद्र की तरफ से राज्य सरकार को निर्देश दिए गए हैं कि वो मेले में ऐसे हेल्थ केयर वर्कर को ही ड्यूटी पर तैनात करें, जिन्हें वैक्सीन दे दी गई हो। इन सभी को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के भी निर्देश इस गाइड लाइन में है। बता दे कि इस बार हरिद्वार में महाकुंभ मेले के आयोजन की तारीख 27 फरवरी तय की गयी है जो की 30 अप्रैल तक चलेगा। इस बार के कुम्भ में दो ख़ास पर्व है जिस दिन भीड़ के आने की सम्भावना है। जैसे 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 11 मार्च को महाशिवरात्रि, एवं 21 अप्रैल रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आ सकते है।

क्या है सरकार की गाइडलाइन-

1. महाकुंभ में आने वाले सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
2. कुंभ में स्नान के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं को कोरोना टेस्ट कराना होगा, नेगेटिव मेडिकल सर्टिफिकेट लाना भी जरूरी होगा।
3. गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को महाकुंभ में नहीं आने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है।
4. कुंभ के दौरान छह फीट की सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने, सैनिटाइजेशन सहित सभी प्रकार के कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा।
5. कुंभ मेले के दौरान कोई प्रदर्शनी, मेला या प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं होगा, कुंभ मेले में किसी भी स्थान पर थूकना प्रतिबंधित होगा।
6.कुंभ मेले में मेला प्रशासन को पर्याप्त एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी और 1000 बेड वाला अस्थाई अस्पताल बनाना होगा, जिसे विस्तारित कर 2000 बिस्तर तक पहुंचाने की गुंजाइश भी होनी चाहिए।