उज्जैन : प्रदेश के औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव एवं उज्जैन जिले के कोविड प्रभारी संजय शुक्ल ने आज बृहस्पति भवन में उज्जैन जिले में कोविड नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने उज्जैन में की जा रही व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिये कि आकस्मिक स्थिति में कोरोना बेड की संख्या बढ़ाई जाये।
समीक्षा बैठक के बाद श्री शुक्ल ने सरस्वती शिशु मन्दिर स्थित वेक्सीनेशन सेन्टर एवं महानन्दा नगर में होम क्वारेंटाईन किये गये कोरोना पॉजीटिव मरीज के परिजनों से बातचीत कर शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। बैठक में संभागायुक्त श्री संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना, अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, सुजानसिंह रावत, जितेन्द्रसिंह चौहान, सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल मौजूद थे।
बैठक में पीपीटी के माध्यम से कलेक्टर आशीष सिंह ने उज्जैन जिले में कोरोना महामारी नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि जिले में शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मिलाकर कुल 842 बेड की व्यवस्था उपलब्ध है। बैठक में बताया गया कि जिले में कोरोना से बचाव के लिये मास्क पहनकर घरों के बाहर निकलने का अभियान चलाया जा रहा है। मास्क नहीं पहनने वाले व्यक्तियों पर स्पॉट फाइन एवं अस्थाई जेल में बन्द करने जैसी कड़ी कार्यवाही भी की जा रही है।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सहयोग से निजी चिकित्सालयों में मरीजों से ली जाने वाली फीस तथा सिटी स्केन की फीस का युक्तियुक्तकरण करवाया जाये, जिससे कोरोना मरीजों को राहत मिले।
वेक्सीनेशन सेन्टर का दौरा किया
प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ल ने सरस्वती शिशु मन्दिर स्थित वेक्सीनेशन सेन्टर का दौरा किया तथा वहां पर वेक्सीन लगवाने आये व्यक्तियों से चर्चा की। उन्होंने वेक्सीनेशन सेन्टर पर की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। इसी तरह श्री शुक्ल महानन्दा नगर स्थित कोरोना पॉजीटिव मरीज के घर गये। यहां पर उन्होंने कोरोना मरीज के परिजन से चर्चा की। चर्चा में बताया गया कि कंट्रोल रूम से बराबर मरीज की स्थिति के जांच के लिये फोन आते रहते हैं। होम क्वारेंटाईन मरीज घर पर ही रहकर अपना उपचार करवा रहे हैं।