आपका जीवन आपकी सोच का परिणाम है – वर्षा कलोसिया

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बचपन से ही सपने बहुत बड़े थे मेरे मुझे ये तो नहीं पता था की मुझे बड़े होकर बनना क्या है पर ये जरूर पता था की जो भी करना है कुछ बड़ा ही करना है कॉलेज में पढाई करते करते मेने जॉब स्टार्ट किया जब में सत्तरह साल की थी तब मेने जॉब करना स्टार्ट किया था जॉब करते करते एक से डेढ़ साल ही हुआ था तभी मुझे ऐसा लगा की में ९- १० घंटे किसी और के लिए काम कर रही हु पर अपने लिए कुछ बड़ा नहीं कर पा रही तभी मेने सोचा की अगर ऐसे ही ९ – १० घंटे दूसरे के लिए काम करती रही

तो जो सपने अपने फ्यूचर के लिए देखे है वो कभी पुरे नहीं कर पाउगी कुछ समय जॉब करने के बाद मेने जॉब छोड़ दी फिर उन्नीस साल की उम्र में जहा लोग केवल पढाई का सोचते है उस उम्र में मेने पढाई के साथ अपना खुद का बिज़नेस पब्लिक रिलेशन कंपनी नेक्स्ट PR स्टार्ट किया शुरू शुरू में बहुत सारी प्रॉब्लम, आई लेकिन मेरा अपने काम के प्रति समर्पण और बढ़ता गया आज मेरे कंपनी को छह साल पूरी हो गए है और नेक्स्ट PR प्रदेश में एक जानी मानी कंपनी बन चुकी है पिछले साल मुझे शीरोज शक्ति सम्मान की तरफ से यंगेस्ट एंट्रेप्रेनुएर का अवार्ड भी मिला है