महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को उद्धव ठाकरे के गद्दार बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह वे (उद्धव ठाकरे) हैं जिन्होंने विश्वासघात किया है और बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है। कहा कि उन्होंने अपने पिता की विचारधारा को बेच दिया। पाप किया और जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
महाराष्ट्र के सीएम ने आगे ठाकरे पर लालची होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि लालच के कारण उन्होंने समान विचारधारा वाले पुराने सहयोगी को छोड़ दिया और कांग्रेस तथा राकांपा के साथ सरकार बना ली।उन्होंने कहा जब हमने एक साथ चुनाव लड़ा, तो शिवसेना और भाजपा की विचारधारा एक ही थी। लोगों का मानना था कि गठबंधन सरकार होगी, और इसीलिए उन्होंने वोट दिया। लेकिन सीएम पद के लालच में, वे कांग्रेस और शरद के साथ आगे बढ़ गए। यह विश्वासघात है…मैं उस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता, जो वे इस्तेमाल करते हैं। बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे ने मुझे यह नहीं सिखाया।
बता दें शिंदे की यह प्रतिक्रिया शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुवेर्दी द्वारा शिंदे पर बॉलीवुड पर कटाक्ष करने के कुछ घंटों बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के बेटे श्रीकांत शिंदे के माथे पर श्मेरे पिता गद्दार हैं लिखा होना चाहिए। घाटकोपर में एक रैली को संबोधित करते हुए, चतुर्वेदी ने कहा, एक हिंदी फिल्म थी जिसमें बेटे के हाथ पर लिखा था मेरा बाप चोर है। (मेरे पिता चोर हैं) श्रीकांत शिंदे के माथे पर गद्दार) लिखा होना चाहिए।”
एकनाथ शिंदे ने जून 2022 में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को गिराकर शिवसेना को विभाजित कर दिया।