किसानों को मनाने के लिए योगी सरकार का कदम, मनाएंगे पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की जयंती

Akanksha
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लखनऊ। किसान आंदोलन को चलते अब एक महीना पूरा होने वाला है, लेकिन अभी तक इसका कुछ समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। वही, अब किसानों को मानाने के लिए योगी सरकार ने एक नया तौर अपना रही है। दरअसल, प्रदेश सरकार किसानों के मसीहा के तौर पर मशहूर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती को भव्य तरीके से मनाने जा रही है। इस बार पूरे प्रदेश में इस किसान सम्मान दिवस को बड़े स्तर पर मनाने के लिए बकायदा आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के साथ ही प्रदेश में उन्नत खेती करने वाले किसानों को मुख्यमंत्री लोक भवन में सम्मानित भी करेंगें।

वही अब योगी सरकार का पूरा ध्यान किसानों पर ही रखा है। जगह-जगह किसान सम्मेलन किए जा रहे हैं तो वहीं किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जयंती 23 दिसम्बर से लेकर 25 दिसंबर अटल जी की जयंती तक सरकार कृषि और किसान से जुड़े कार्यक्रम करने जा रही है। वही 23 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर इस बार भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा।

कार्यक्रम में सबसे पहले सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानभवन पहुंच कर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। उसके बाद लोकभवन में किसान सम्मान दिवस के मौके पर किसानों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही सूबे के मुख्य सचिव ने सभी कमिश्नर और डीएम को जिले में भी किसान सम्मान दिवस को बड़े स्तर पर मनाने को कहा है।

बता दे कि, किसान सम्मान दिवस पहले भी मनाया जाता रहा है, लेकिन कभी भी बहुत भव्य रूप में इसे नहीं मनाया गया है। इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं, किसान सरकार से आरपार के मूड में हैं। इस बार पहले केवल दो श्रेणियों में किसानों को पुरस्कृत किया जाता था। लेकिन इस बार इसे बढ़ाकर तीन कैटेगरी की गई हैं। जिसमें रबी में आने वाली चार फसलों की उन्नत खेती करने वाले किसानों को सर्वोच्च पुरस्कार एक लाख रुपए, दूसरे नंबर पर आने वाले किसान को 75000 का नगद पुरस्कार और तीसरे नंबर पर आने वाले किसान को 50000 का पुरस्कार दिया जाएगा। इसी तरह खरीफ की भी 4 फसल की उन्नत किसानी करने वाले किसानों को प्रदेश स्तर पर इसी तरह प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कृत किया जाएगा।

आपको बता दे कि, दो कैटेगरी में 24 किसानों को पुरस्कार दिया जाएगा, लेकिन इस बार ऑर्गेनिक या फिर कहें प्राकृतिक खेती की एक अलग श्रेणी को इसमें शामिल किया गया है, जिसमे प्रदेश में ऑर्गेनिक खेती में नए आयाम स्थापित करने वाले किसानों को भी एक लाख, 75 हज़ार और 50 हज़ार के पुरस्कार से नवाजा जाएगा। साथ ही तीन विशिष्ट महिला किसानों को भी मुख्यमंत्री सम्मानित किया जायेगा।