नई दिल्ली : पूर्व आईएफएस अफसर यशवर्धन सिन्हा नए चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर (CIC) बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है. जानकारी मिली है कि भारत सरकार जल्द ही केंद्रीय सूचना आयोग में खाली पड़े पदों की भर्ती का आदेश जारी कर सकती है. खाली पड़े पदों में एक पद CIC का भी बताया जा रहा है. जिसके लिए सिन्हा के नाम पर मुहर लगना लगभग तय है.
1981 बैच के सेवानिवृत्त IFS अधिकारी, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त भी रहे…
यशवर्धन सिन्हा ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त के रूप में भी काम कर चुके हैं. वे 1981 बैच के सेवानिवृत्त IFS अधिकारी है. उनकी पास तमाम तरह की योग्यताएं है और इसे देखते हुए ऐसा कहा जा रहा है कि यशवर्धन सिंह भारत के नए चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर (CIC) बनने जा रहे हैं. ख़ास बात यह है कि सिन्हा पहले सूचना आयुक्त के पद पर भी काम कर चुके हैं. वे देश के ख्यात विश्वविद्यालय में शुमार दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमए हिस्ट्री में शिक्षित है.
कांग्रेस कर रही विरोध…
दूसरी ओर सिन्हा के CIC बनने से पहले ही विपक्ष द्वारा उनका विरोध भी किया जा रहा है. देश के मुख्य विपक्षी दल में शुमार कांग्रेस के जाने-माने नेता अजीर रंजन चौधरी ने इस पर आपत्ति जताई है. चौधरी द्वारा CIC और IC के लिए नामों की शॉर्टलिस्टिंग में एक असहमतिपूर्ण तर्क दिया गया था और उन्होंने यशवर्धन सिन्हा को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि खोज समिति में पारदर्शिता देखने को नहीं मिली है. उन्होंने सर्च कमेटी को घेरते हुए कहा कि समिति ने दो पदों (CIC और IC) के लिए जिन नामों का चयन किया था, उनके बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की थी. इसे अधीर रंजन चौधरी ने SC के दिशानिर्देशों का उल्लघंन करार दिया है.