विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप : श्रीकांत की फाइनल में एंट्री, स्वर्ण पदक जीत रच सकते है इतिहास

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विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में इतिहास रचने के लिए पहली बार भारतीय पुरुष शटलर आगे आए है। बताया जा रहा है कि चैंपियनशिप के सेमीफाइनल मुकाबले में किदाम्बी श्रीकांत ने हमवतन लक्ष्य सेन को पराजित कर फाइनल में हिस्सा लिया है। इसके चलते ही पहली बार चैंपियनशिप में भारत का स्वर्ण या फिर रजत पदक तय माना जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, स्पेन के हुएलवा में हो रहे इस चैंपियनशिप में पहली बार भारत के 2 पदक तय माने जा रहे हैं। क्योंकि पहली बार दो भारतीय शटलरों के बीच सेमीफाइनल मुकाबला हुआ। दरअसल, भारतीय शटलर की दो पीढ़ियों के साथ हुए इस मुकाबले में अपने खेल के अनुभव की वजह से किदाम्बी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को 1 घंटे 8 मिनिट तक के इस मैच में 17-21, 21-14 और 21-17 से हराया है।

कहा जा रहा है कि इस बार ये पहला मौक़ा होगा जब इस चैंपियनशिप में भारतीय पुरुष खिलाड़ी दो पदकों के साथ भारत लौटेंगे। दरअसल, इससे पहले प्रकाश पादुकोण और बी साई प्रणीत कांस्य इसके लिए पदक जीत चुके हैं। हालांकि श्रीकांत ने रजत पदक जीतकर लौटना तो तय कर लिया है। साथ ही सेमीफाइनल मैच हारने के बावजूद लक्ष्य सेन का कांस्य पदक पक्का ही है।