इंदौर : कष्ट निवारण के लिए शनि देव की पूजा आराधना के साथ गरीबों को भोजन और ब्राह्मणों को दान का क्रम अल सुबहसे देर रात्रि तक जारी रहा। सार्वजनिक प्राचीन पंचदेव मंदिर एमआइजी कॉलोनी की मुख्य पुजारी पंडित रमा दीदी गुरु माता एवं चौधरी अजय गुरु ने संयुक्त रुप से बताया है कि आज 13 मार्च को वर्ष 2021 की पहली शनिचरी अमावस्या पर मनुष्य जीवन में आए कष्ट और मुसीबतों से मुक्ति के लिए संघर्ष में सफलता के लिए भगवान शनि देव की आराधना और इस दिन अपनी अपनी श्रद्धा अनुसार शनि मंदिर में तेल और तिल से अभिषेक करने के लिए भक्तजन अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए शहर के विभिन्न मंदिरों के साथ-साथ प्राचीन पंचदेव मंदिर पर शमी और पीपल के वृक्ष पर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी पूजन के लिए भक्तों का आवागमन बड़ी संख्या में जारी रहा जिसमें मातृशक्ति अग्रणी रूप से शामिल रही।
पंडित रमा दीदी गुरु माता ने आगे कहा है की वर्तमान में शनि की साढ़ेसाती ढैया और महादशा जिन व्यक्ति पर जारी है अथवा उनकी जन्म कुंडली में शनि वक्री अवस्था में है आज शनिचरी अमावस्या पर भगवान शनिदेव की पूजा आराधना कर कष्ट से मुक्ति पाने की दिशा में पाठ और पूजन उपवास के साथ श्रद्धा पूर्वक पूजन कर भक्ति भाव में अपना समय बिताया।
आपने आगे बताया है शनि अमावस्या के दिन शनिदेव को तेल काले उड़द काले तिल काला कपड़ा आदि चढ़ाने के साथ पीपल के पेड़ और शमी के पेड़ में में जल चढ़ाने के साथ गरीब ,अपाहिज ,कुष्ठ रोगियों ,को पीलिया सरसों के तेल से बने व्यंजनो का भोजन करवाने और इसके अलावा पितरों की शांति के लिए घर पर पंडित द्वारा तर्पण करा कर अपने परिवार के बुजुर्गों के आशीर्वाद प्राप्त कर ,ब्राह्मणों को भोजन करवाकर यथाशक्ति दान देकर भक्तों ने आशीर्वाद प्राप्त किया।
अंत में आपने कहा है, शनिवार 13 मार्च को प्राचीन पंचदेव मंदिर एमआइजी कॉलोनी में, शमी के वृक्ष का पूजन भगवान शनि पूजन के रूप में संपन्न हुआ एवं संध्या श्री हनुमान चालीसा का पाठ सूर्यमुखी हनुमान मंदिर परिसर मैं भक्तों के द्वारा किया ।
संलग्न चित्र में मातृ शक्ति के द्वारा पंडित रमा दीदी गुरु माता के मार्गदर्शन में पीपल एवं शमी वृक्ष का पूजन कर शनि उपासना पूर्ण की।