भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं। इससे पहले सभी राजनीतिक दल सक्रिय नजर आ रहे हैं। सभी वर्ग को साधने के लिए प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियां भाजपा और कांग्रेस एक्टिव हो गई है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जो भारतीय जनता पार्टी की छवि बेकार कर रहे हैं।
बता दें कि, मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए पेशाब कांड ने सरकार की काफी किरकिरी करवाई। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस बुलाकर पीड़ित युवक के पैर भी धोए थे और माफी भी मांगी थी। अब मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी का मामला गरमाया हुआ है। पिछले कई दिनों से युवा सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन युवाओं को कांग्रेस पार्टी का भी साथ मिल रहा है। कांग्रेस भी आए दिन भाजपा पर हमलावर हो रही है और कई गंभीर आरोप लगा रही है। इन सबके बीच CM शिवराज ने कहा कि मप्र में किसी भी मामले में कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर थोड़ा सा संदेह उत्पन्न हुआ तो नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी जिले में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मामले में कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी जानकारी के लिए आपको बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर पटवारी भर्ती परीक्षा की नियुक्तियों पर रोक लगा दी है और कहा कि मामले की जांच की जाएगी।
पटवारी भर्ती परीक्षा के दौरान हैरान कर देने वाली अनियमितताएं सामने आ रही है। पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के साथ-साथ उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को लेकर भी सोशल मीडिया पर कई मामले सामने आ चुके हैं। कांग्रेस में कार्रवाई की मांग की है। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अभी नियुक्तियों पर रोक लगाकर सरकार मामले को ठंडा करना चाहती है। लेकिन जिस तरह से विरोध हो रहा है ऐसे में यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि क्या दोबारा होगी MP पटवारी परीक्षा? हालांकि अभी तक इस बारे में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।