अर्जुन राठौर। इंदौर नगर निगम के चुनाव होने के बाद अब यह उम्मीद की जा रही है कि क्या एबी रोड स्थित C21 माल की फाइल फिर से खोली जाएगी ? क्योंकि चुनाव के पहले नगर निगम द्वारा इस माल के अवैध निर्माण की नपती कराई गई थी और यह कहा गया था कि यहां पर अवैध निर्माण किया गया है ।
देखा जाए तो पूरा C21 मॉल ही अवैध रूप से बना हुआ है क्योंकि इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा चाय तथा किराना व्यापारियों को जो दुकानें आवंटित की गई थी उन्हीं दुकानों के 5 से अधिक प्लाटों को जोड़कर C21 मॉल का निर्माण किया गया है और इसको लेकर इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा C21 मॉल को नोटिस भी जारी किए गए थे यहां तक कि लीज निरस्त करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई थी लेकिन इसके बावजूद मामला पेंडिंग हो गया ।
हालांकि इसकी जांच लोकायुक्त में भी चल रही है सबसे आश्चर्य की बात यह है कि नगर निगम द्वारा C- 21 मॉल का नक्शा गलत तरीके से पास कर दिया गया जबकि अधिकारियों को अच्छी तरह से पता था कि यहां पर इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा चाय व्यापारियों के लिए प्लाट काटे गए हैं, इसी तरह से टीएनसीपी विभाग द्वारा भी यहां पर अवैध रूप से एनओसी दे दी गई इस घोटाले में कई अधिकारी फंसे हुए हैं अब सवाल इसी बात का है कि क्या नगर निगम की नई परिषद C21 मॉल के इस अवैध निर्माण को लेकर कठोर कदम उठाएगी?