इंदौर। शहर के सबसे बड़े सस्पेन्सिव सुसाइड केस की मुख्य गवाह भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी शुक्रवार को जिला कोर्ट में पेश हुई। हालांकि उन्होंने मीडिया से काफी दुरी बनाई और कोर्ट नंबर 48 में पहुंची। यहां आयुषी ने बयान दर्ज करवाते हुए कहा कि सेवादार विनायक, शरद और पलक तीनों महाराज को ब्लैकमेल करते थे। महाराज को नशीली दवा देने के साथ ही ये लोग उनसे अपनी बात मनवाने की कोशिश करते थे। पलक तो महाराज को कहती थी कि यदि मेरी बात नहीं मानी, तो आपको दूसरा दाती महाराज बना दूंगी।
आयुषी ने बयान में यह भी कहा कि इन्होंने सुसाइड नोट तो घटना के काफी पहले ही ब्लैकमेल कर लिखवा लिया था। बयान फिलहाल जारी हैं। वही पिछली सुनवाई पर आयुषी ने कोर्ट को आश्वस्त किया था कि वह 29 जनवरी को उपस्थित हो जाएगी। वही इस संबंध में कोर्ट ने आयुषी को समन भी जारी किया था। लंबे समय से आयुषी के बयानों के लिए कोर्ट और संस्था के लोग इंतजार में थे। इसके पहले कोर्ट कई बार समन जारी कर आयुषी को उपस्थित होने के लिए कह चुकी थी, लेकिन हर बार कोई ना कोई तर्क देकर वह बयान देने से बचती रही। बता दे कि, इस मामले में अब तक 15 की गवाही हो चुकी है, लेकिन आयुषी के ही बयान नहीं हो सके थे। जो आज हो गए।
बता दे कि, भय्यू महाराज ने 12 जून 2018 को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। महाराज की मौत के करीब छह महीने बाद पुलिस ने महाराज के ही तीन सेवादारों को गिरफ्तार किया था। एक सेवादार कैलाश पाटिल से मिली सूचना के आधार पर ही पुलिस आरोपियों तक पहुंची थी, लेकिन कैलाश ही बयान देने नहीं आ रहा।
वही इस मामले में महाराज की बेटी कुहू ने पहले ही जिला व सत्र न्यायालय में अपने बयान दर्ज करवा दिए हैं। कुहू ने कहा था कि, पिताजी ने आत्महत्या क्यों की, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। जहां तक विनायक की बात है, तो वह मेरे भाई जैसा है। उसने बचपन से मेरी देखभाल की है। साथ ही कुहू ने शरद को लेकर कहा कि वह भी पिता के सबसे अच्छे लोगों में से थे। पिता की शादी को लेकर कहा कि वह इस शादी से सहमत नहीं थी।