2000 का नोट बंद करने का निर्णय क्यों हुआ?

Shivani Rathore
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(अर्जुन राठौर) । 19 मई का दिन इस बात के लिए याद रखा जाएगा की आज से ₹2000 का नोट चलन के बाहर हो गया है यानी अब सीधे बड़े नोटों में 100, 200 और 500 के नोट ही चलन में रहेंगे ।

सवाल इस बात का है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यह निर्णय क्यों लिया ? 2000 का नोट बंद होने की घोषणा रिजर्व बैंक द्वारा की गई है पिछली बार की नोटबंदी की घोषणा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वयं की गई थी और उस समय तो पूरे देश में हल्ला मच गया था।

लेकिन आज रिजर्व बैंक ने यह घोषणा की है कि 2000 का नोट 30 सितंबर के बाद वैलिड टेंडर नहीं रहेगा जिन लोगों के पास भी 2000 के नोट है वे इसे बैंकों में जाकर बदला सकते हैं लेकिन उसके लिए भी लिमिट तय कर दी गई है यानी एक बार में सिर्फ 10 नोट ही बदले जाएंगे ,जाहिर है कि जिन लोगों के पास 2000 के नोटों का कलेक्शन है उनके ऊपर तो बहुत बड़ा वज्रपात हो गया है।

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पिछली नोटबंदी के समान ही इस बार भी बैंकों द्वारा नोट बदलने के लिए लिखित दस्तावेज लिए जाएंगे जो इस बात का प्रमाण देंगे किस व्यक्ति द्वारा कितने नोट बदलवाए गए? हालांकि लंबे समय से 2000 के नोट दिखना बंद हो गए थे आम आदमी के पास तो मुश्किल से यह नोट आ पाता था लेकिन बड़े लोगों के पास और खासकर हवाला के साथ-साथ काले धन का कारोबार करने वाले लोगों के पास 2000 के नोट की भरमार है रिजर्व बैंक ने खुद स्पष्ट किया है कि बड़ी संख्या में 2000 के नोट अभी भी चलन में है।

देखने वाली बात यही होगी इनमें से कितने नोट वापस बैंकों तक आते हैं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बाद सरकार अब एक्शन में आ गई है हाल ही में एक और निर्णय लिया गया है कि जो भी लोग विदेशों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करेंगे या एक लिमिट के बाहर पैसा विदेश में भेजेंगे उन्हें 20% तक टैक्स देना पड़ेगा।

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विशेषज्ञों का इस मामले में यह भी मानना है कि रिजर्व बैंक के इस निर्णय से काले धन पर रोक लगेगी और खासकर प्रॉपर्टी के बिजनेस में जिस तरह से तेजी आई है उसको लेकर भी सरकार को इस बात की आशंका थी कि इसमें बड़े पैमाने पर काले धन का उपयोग किया जा रहा है जमीनों की कीमतें बढ़ाने के लिए जमीनों के सौदागर बड़े पैमाने पर काले धन का उपयोग करके जनता के लिए मकान तथा प्लाट को महंगा बना रहे हैं।

पिछले कुछ महीनों से जमीनों से लेकर महंगी गाड़ियों और तमाम लग्जरी आइटम में जो तेजी आई है उस पर भी सरकार की निगाह बनी हुई थी सरकार ऐसे लोगों को भी तलाश रही थी जो महंगी विदेश यात्राएं कर रहे हैं ,महंगी गाड़ियां खरीद रहे हैं और महंगी जमीन खरीद रहे हैं लेकिन टैक्स नाम मात्र का दे रहे हैं ऐसे लोगों पर भी सरकार ने नकेल कसना शुरू कर दिया है।