गर्मी का मौसम आते ही गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। 3 अप्रैल को नोएडा में दो गाड़ियों में आग लग गई, जिसमें किसी को चोट नहीं आई। यह घटनाएं चिंताजनक हैं और हमें सतर्क रहने की याद दिलाती हैं।
गर्मी में गाड़ी में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं:
- बैटरी पर लोड बढ़ने से: अत्यधिक पावर वाले म्यूजिक प्लेयर या एक्स्ट्रा लाइट्स का उपयोग बैटरी पर लोड बढ़ा सकता है, जिससे शॉर्ट सर्किट और आग लग सकती है।
- वायरिंग में कट लगने से: पुराने वाहनों में वायरिंग में कट लगने की संभावना अधिक होती है, जिससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
- पेट्रोल-डीजल टैंक में लीकेज: टैंक में लीकेज होने से पेट्रोल या डीजल रिसाव हो सकता है, जो गर्मी में आसानी से आग पकड़ सकता है।
आग से बचाव के लिए:
- समय-समय पर गाड़ी की सर्विसिंग करवाएं: सर्विसिंग में वायरिंग, बैटरी, टैंक, और अन्य महत्वपूर्ण भागों की जांच की जाती है।
- एलपीजी गैस से चलने वाली गाड़ियों की विशेष रूप से सर्विस का ख्याल रखें: एलपीजी गैस रिसाव आग लगने का एक बड़ा कारण हो सकता है।
- धूप में गाड़ी खड़ी करते समय कांच को हल्का सा खोल दें: इससे हवा का संचार होता रहेगा और तापमान नियंत्रित रहेगा।
- गाड़ी चलाते समय मीटर पर गाड़ी के टेंपरेचर पर नजर रखें: यदि तापमान ज्यादा बढ़ता है तो गाड़ी को रोककर ठंडा होने दें।
इन सतर्कता बरतकर आप गर्मी में अपनी गाड़ी को आग से बचा सकते हैं।