देश के ग्रह मंत्री अमित शाह अब देश के प्रमुख राज्यों में हो रहे नक्सलवादी हमले को लेकर बहुत सक्रिय दिख रहे है। अभी फिलहाल में जो नक्सल विरोधी अभियान चल रहा है उससे गृहमंत्री नाखुश है। पिछले महीने हुई मीटिंग में शाह ने उन सभी सुरक्षा बलों की रिपोर्ट मांगी जो नक्सल बाद के खिलाफ कार्यवाई करने में असमर्थ रही है। बताया जा रहा है कि इस ग्रहमंत्री मीटिंग में सेंट्रल पैरा मिलिट्री बल, सेंट्रल आईबी और पांच राज्यों के सरकारी अधिकारी शामिल हुए थे।
नक्सलवादी राज्य में खत्म करने के लिए बनाये टारगेट
बीते माह नक्सलवाद की समस्या खत्म करने के लिए ग्रह मंत्री ने एक बैठक बुलवाई थी जिसका मुख्य उद्देश्य था की नक्सलवाद खत्म करने में कब और कहा दिक्कत आ रही है। मिली जानकारी क्र अनुसार बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र में आने वाली गर्मी तक इस नक्सलवादी समस्या का हल निकलने का टारगेट दिया है। इस मीटिंग में खास बात यह नजर आ रही है कि सी तरह का दावा सीपीआई माओवादी (Maoist) के साउथ सब जोनल ब्यूरो ने भी किया था।
छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद पर ज्यादा ध्यान
जानकारी के अनुसार अभी छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाना है। दिल्ली में मीटिंग समाप्त होने के तुरंत बाद विजय कुमार बस्तर तुरंत ही सुकमा के लिए रवाना हो गए। हालात की समीक्षा करने और अधिकारियों से मिलने के बाद उन्होंने बताया कि ‘छत्तीसगढ़ में नक्सल जन सेना में स्थानीय लोगों को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। ‘ आगे उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस ने कुछ रणनीतियां बताई हैं.’ इसके अलावा गृहमंत्री ने राज्य और केंद्र की पुलिस के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए कहा है।