नई दिल्ली: देश में जिस तरह से कोरोना फेल रहा है, उसी के साथ लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर डर और भी बढ़ता जा रहा है, जिसे रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि कि WHO ने इसके रोकथाम के लिए कई उपाय बताये है, साथ ही इन नियमो का सख्ती से पालन करने की अपील की है।
देश में बढ़ते कोरोना के इस नए संक्रमण को ध्यान में रखते हुए WHO की दक्षिण पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने PTI को कोरोना संबधी जानकरी देते हुए बताया है कि- ‘कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार ही इस वायरस और इसके वेरिएंट को फैलने से रोक सकता है, इसके अलावा डॉक्टर खेत्रपाल ने टेस्ट, ट्रेस, आइसोलेट और इलाज के प्रयासों को तेज करने की जरूरत बताई।’
साथ ही उन्होंने यह जानकरी भी दी है कि- “WHO ‘वायरस इवॉल्यूशन वर्किंग ग्रुप’ के जरिए इसके वेरिएंट्स पर नजर रख रहा है, इसके अलावा WHO ने SARS-CoV-2 म्यूटेशन की पहचान और निगरानी के लिए एक रिस्क मॉनिटरिंग फ्रेमवर्क भी बनाया है जो रिसर्च, स्टडीज, सर्विलांस और जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए काम करता है. साथ ही उन्होंने सर्दी जुखाम के दौरान खांसी और छींकने के शिष्टाचार, हाइजीन और सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व पर जोर दिया है।
WHO के डॉक्टर खेत्रपाल ने आगे सोशल डिस्टेंसिंग को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि- “फिजिकल डिस्टेंसिंग के उपायों और आवाजाही पर प्रतिबंध लगाकर लोगों के आपसी संपर्क को कम किया जा सकता है, इससे COVID-19 तेजी से नहीं फैलेगा।”
वायरस के नए वेरिएंट और नई लहर को लेकर WHO ने कही ये बात-
वायरस के नए वेरिएंट को लेकर WHO के पडॉक्टर का कहना है कि -‘इसके बारे में अभी कोई व्यवस्थित जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन ये एक चिंता का विषय है और हम सभी को मिलकर इस वायरस को फैलने से रोकना होगा।’ साथ ही इस नई लहर को लेकर उनका कहना है कि ‘कोई भी ये नहीं बता सकता कि कोरोना की दूसरी लहर किस तरफ जा रही है, इसलिए हम सभी से आग्रह करते हैं कि वो फिजिकल डिस्टेंसिंग, हैंड-रेस्पिरेटरी हाइजीन, मास्क पहनने और सही वेंटिलेशन रखने जैसे उपायों का सख्ती से पालन करें तभी वायरस के इस रूप को फैलने से रोका जा सकता है।’