टीम इंडिया में किसने डाली है फूट? विराट-रोहित से नाखुश है कोच गौतम गंभीर, मैनेजर पर BCCI ने उठाए सवाल

srashti
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ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की हार के बाद शनिवार, 11 जनवरी को BCCI ने एक रिव्यू मीटिंग आयोजित की। इस बैठक में टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर, हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा शामिल हुए थे। मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, और अब यह खबर सामने आ रही है कि गौतम गंभीर सीनियर खिलाड़ियों की मांगों से नाखुश थे। हालांकि, किसी विशेष खिलाड़ी का नाम नहीं लिया गया, लेकिन इशारा रोहित शर्मा और विराट कोहली की तरफ माना जा रहा है।

सीनियर खिलाड़ियों से नाराजगी का कारण

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम के भीतर तनाव की खबरें भी सामने आई थीं। पर्थ टेस्ट जीतने के बाद खिलाड़ी एक-दूसरे से अलग-थलग दिखे थे और जश्न नहीं मनाया। मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम से बातें लीक हो गईं, जो टीम के भीतर के माहौल पर सवाल उठाती हैं। बताया जा रहा है कि सीनियर खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कुछ खास डिमांड्स की थीं, जिनसे गौतम गंभीर खुश नहीं थे। एक सूत्र ने बताया, “गंभीर सुपरस्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं, और कुछ खिलाड़ियों को इस पर आपत्ति है।”

चयन समिति में भी असंतोष

गौतम गंभीर के चयन मामलों में हस्तक्षेप को लेकर चयन समिति भी नाखुश है। उनका मानना है कि गंभीर को चयन से संबंधित मुद्दों से दूर रहना चाहिए। इस बारे में एक पूर्व चयनकर्ता ने कहा, “गंभीर का तरीका ग्रेग चैपल के जैसा लगता है, जो 2005-07 में टीम इंडिया के कोच रहे थे और उनके कार्यकाल के दौरान खिलाड़ी विवादों में उलझे रहते थे।”

गंभीर के मैनेजर को लेकर चयन समिति की नाराजगी

इसके अलावा, गंभीर के मैनेजर गौरव अरोड़ा को अधिक महत्व दिए जाने से भी चयन समिति नाराज है। एक पूर्व चयनकर्ता ने सवाल उठाया, “उनका पीए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के वाहन में क्यों बैठा था? यह सवाल उठाता है कि गंभीर का निजी सहायक चयन समिति के मामलों में क्यों शामिल हो?” इसके अलावा, गंभीर के मैनेजर को एडिलेड में बीसीसीआई के वीआईपी बॉक्स में बैठने का मौका भी दिया गया, जो चयन समिति को असहज कर रहा है।

भारतीय क्रिकेट के भीतर बढ़ते मतभेद

गौतम गंभीर के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम के अंदर पनप रहे मतभेद और विवाद, क्रिकेट फैंस के लिए चर्चा का विषय बन गए हैं। चयन समिति की नाराजगी और सीनियर खिलाड़ियों के साथ गंभीर का तनाव इस बात का संकेत हो सकता है कि भारतीय क्रिकेट टीम में अंदरूनी राजनीति और दबाव बढ़ता जा रहा है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इन विवादों का भारतीय क्रिकेट पर क्या असर पड़ता है।