इंदौर. पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए एडवांस होम्योपैथिक एवं योग एंड नेचुरोपैथी हॉस्पिटल द्वारा संस्थान के ग्रेटर ब्रजेश्वरी स्थित परिसर में पौधारोपण कर सुरक्षित पर्यावरण की शपथ ली गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुष मंत्रालय, सीसीआरएच की वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य एवं इंदौर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने कहा कि आज विकास की राह के चलते प्राकृतिक संसाधनों का अनियंत्रित दोहन व जंगलों में पेड़-पौधों की अधाधुँध कटाई की जा रही है। इससे जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ मानव जीवन सहित अनेक प्राणियों पर संकट दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। विनाषकारी चक्रवाती तूफानों से लेकर प्रलयकारी भूकम्प आदि सब प्राकृतिक संसाधनों के अनियंत्रित दोहन के फलस्वरूप हो रहा है।
वहीं पिछले कुछ सालों से मौसम में भी भारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है और बगैर मानसून के बारिश हो रही है। लेकिन अब हमें पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए जागरूरक होना होगा और अपनी भौतिक सुख-संपदा को जुटाने के लिए जितना हम प्रकृति से ले रहे हैं उतना ही प्रकृति को वापस भी करना होगा और इसलिए हम ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाएं ताकि भविष्य में औषधियों की कमी नहीं पड़े साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर की बजाए नेचुरल ऑक्सीजन लेते रहे।
पौधारोपण करते हुए डॉ. द्विवेदी ने जामुन के पेड़, फल, गुठली व उसकी पत्तियों के औषधीय गुणों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जामुन डायबिटीज के लिए विशेष लाभकारी होता है। इसके फल, गुठली व पत्तियों से अनेक प्रकार की औषधियों का निर्माण भी किया जाता है। वहीं पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है और यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक है। पपीते से रोग प्रतिरक्ष क्षमता बढ़ती है यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है। पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में मदद करता है। तो आंवला रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है तथा कैंसर से बचाता है। इसमें एटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। पौधारोपण के अवसर पर केसी जैन, रामप्रसाद खरे (जिला समन्वयक गायत्री परिवार बांदा, उत्तरप्रदेश), श्रीमती शशि खरे, गायत्री परिवार के सदस्य रामकृपाल गुप्ता, प्रेमनारायण सोनी, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पुरी, विनय पांडेय, जितेंद्र जायसवाल, रीना सिंह आदि उपस्थित थे।