पश्चिम बंगाल में तीसरा मोर्चा के खाते में सिर्फ एक सीट आई है। दरअसल, उनकी हार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके 85 फीसदी उम्मीदवार अपनी जमानत जब्त होते हुए नहीं बचा पाए है। सिर्फ इतना ही नहीं जिन दो सीटों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैली की थी उस जगह भी पार्टी की कोई इज्जत नहीं बची है।
जानकारी के अनुसार, तीसरे मोर्चे के उम्मीदवार चुनाव में सिर्फ 42 सीटों पर ही जमानत बचा पाए है। दरअसल, सभी 292 सीटों पर लड़ने वाले तीसरा मोर्चे के एक सदस्य भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा ने अन्य दो सहयोगियों कांग्रेस और वामदलों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसके बाद कांग्रेस और वामदल के पास अब एक भी सीट नहीं है।
इसके अलावा इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा कि वह उन दो सीटों – माटीगारा-नक्सलबाड़ी और गोलपोखर में भी बुरी तरह हार गई। यहां राहुल गांधी ने रैलियां की थी। लेकिन उसके बाद भी वह अपनी सीट नहीं बचा पाए। खास बात ये है कि कांग्रेस एक दशक तक माटीगारा-नक्सलबाड़ी पर काबिज थी। लेकिन इस बार मौजूदा विधायक शंकर मालाकार सिर्फ 9% वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा गोलपोखर में भी कांग्रेस का उम्मीदवार सिर्फ 12% वोट पाकर तीसरे स्थान पर आया।