मन चंगा, तो सब चंगा : इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे

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इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम हमेशा खुशी को तलाशते रहते हैं। कभी किसी चीज में तो कभी किसी और में, ऐसे में हम सिर्फ़ अच्छे खोजी बन सकते हैं, वो जिसकी खोज कभी पूरी ही नहीं होती है। कहीं न कहीं, किसी न किसी में ये जारी रहती है। चलिए तो आज ‘इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे’ पर जानते हैं कि हम हमारी इस रफ्तार भरी जिंदगी में कुछ खुशी के पल किस तरीके से निकाल सकते हैं।

खुद के लिए थोड़ा समय निकालिए

आप हमेशा दूसरों के बारे में पहले सोचते हैं, ऐसे में अपने आप को तो भूल ही जाते हैं, तो अपने आपको यह याद दिलाने के लिए कि आप भी जरूरी है। आपकी ख्वाहिशें भी जरूरी है। उसके लिए अपना थोड़ा समय निकालिए। खुद के लिए थोड़ा समय निकालिए।

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अपने शौक को पूरा करें

सभी के अपने-अपने शौक होते हैं। किसी की हॉबी गार्डन को संवारना होती है। किसी की खाना बनाना, किसी की कुछ कलाकारी करते रहना तो किसी की कुछ लिखना- कुछ पढ़ना, सभी के अपने-अपने शौक होते हैं।आपका भी कुछ ना कुछ शौक होगा, तो अपने फ्री टाइम में आप अपनी किसी हॉबी को फॉलो करिएं और देखिए आपके जीवन को बदलते हुए।

मन चंगा तो सब चंगा

जब आप किसी रिश्तेदार परिवारजन या किसी दोस्त से बात कर रहे हो, तो अपनी परेशानियां छोड़कर कुछ हंसी- ठिठोली भरी बातें करें। क्योंकि जब हम हंसते हैं, खुश रहते हैं तो लंग्स में ऑक्सीजन तेजी से आता और जाता है। हमें गहरी सांस लेने में यह मददगार होता है। हमारे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई को मजबूत बनाने के लिए हंसी बहुत जरूरी है। चुटकुले सुनाकर आप किसी के चेहरे पर खुशी लाकर यह पुण्य का काम कर सकते हैं।

चुगली और बुराई से बचें 

जीवन जीने का एक उसूल बनाईए की न कभी खुद किसी की निंदा, चुगली या बुराई करेंगे और ना ही किसी और से यह सब सुनेंगे। अगर आपने यह मंत्र अपना लिया तो यकीन मानिए आपसे खुशनुमा इंसान कोई नहीं होगा।