पद, प्रतिष्ठा, और जिम्मेदारियां चाहे कितनी भी बदल जाएं, हर इंसान के जीवन में निजता का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। इस निजता में कुछ ऐसे अध्याय और पन्ने होते हैं जिन्हें बदलना न तो कोई चाहता है और न ही बदल पाता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनके पिता पूनमचंद यादव के बीच का रिश्ता भी ऐसा ही निजता और स्नेह से भरा हुआ है। शिक्षा, राजनीति, मंत्रित्व काल और अब मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी इस रिश्ते की मिठास में कोई कमी नहीं आई है, बल्कि पहले से अधिक मजबूत और निखरी हुई दिखाई देती है।
इस रिश्ते की खूबसूरती का एक उदाहरण शनिवार को देखने को मिला जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकालकर अपने पिता से मिलने और उज्जैन से भोपाल जाने की इजाजत लेने पहुंचे। सामने आई तस्वीर पर लोगों की भी जमकर प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।