मध्यप्रदेश में गेहूं परिवहन घोटाला: 3,860 क्विंटल गेहूं ‘गायब’, जिला प्रबंधक निलंबित, महिला समूह अध्यक्ष समेत 8 पर FIR

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भोपाल: समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं के परिवहन में बड़ा घोटाला सामने आया है। सतना जिले के कारीगोही उपार्जन केंद्र से 3,860 क्विंटल गेहूं 13 ट्रकों में भरकर भेजा गया था, लेकिन यह गेहूं गोदाम तक नहीं पहुंचा।

इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए, राज्य सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक अमित गौड़ को निलंबित कर दिया है।
पुलिस ने महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष सहित 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।

इसके साथ ही, पुलिस ने महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष और 7 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मुख्यमंत्री को मिली जानकारी, विभागीय अधिकारियों ने दी रिपोर्ट

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को उपार्जन संबंधी बैठक में विभागीय अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कारीगोही से 13 ट्रकों में 3,860 क्विंटल गेहूं का परिवहन किया गया था, लेकिन यह गेहूं गायब हो गया।

सर्वेयर ने दिया था पास, निगम ने जारी किए थे भुगतान पत्रक

हैरानी की बात यह है कि इस गेहूं के परिवहन को सर्वेयर ने पास कर दिया था और निगम के प्रदाय केंद्रों से स्वीकृति पत्रक भी जारी कर दिए गए थे। इन पत्रकों के आधार पर किसानों को उनके गेहूं का भुगतान भी कर दिया गया था।

जांच में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

जांच में यह भी सामने आया है कि सर्वेयर का पंजीयन पोर्टल पर जिला प्रबंधक के लॉग इन से किया गया था।