Nervous Nineties in Cricket : भारत समेत पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रेमियों की कमी नहीं है। खासकर भारत में तो क्रिकेट को किसी भी अन्य खेल से ज्यादा पसंद किया जाता है। लेकिन कई बार क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाले शब्दों का मतलब सभी को समझ नहीं आता है। नर्वस नाइंटीज भी ऐसा ही एक शब्द है। क्या आप जानते हैं कि नर्वस नाइंटीज का क्या मतलब होता है?
क्रिकेट में कई ऐसे शब्द होते हैं जिनके बारे में आम क्रिकेट प्रेमियों को जानकारी नहीं होती है। आज हम आपको नर्वस नाइट्स के बारे में बताने जा रहे हैं। आपने कई बार सुना होगा कि जब कोई बल्लेबाज 90 रन बना लेता है, तो वह कई बार ‘नर्वस’ होकर आउट हो जाता है। यही है नर्वस नाइंटीज।
नर्वस नाइंटीज का मतलब है जब कोई बल्लेबाज 90 रन बनाने के बाद घबरा जाता है और शतक पूरा नहीं कर पाता है। पूर्व क्रिकेटर और भारत में क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर वनडे करियर में सबसे ज्यादा बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं। उन्होंने 18 बार 90 रन के बाद आउट होकर शतक पूरा नहीं किया।
नर्वस होना है स्वाभाविक
विशेषज्ञों के अनुसार नर्वस होना मनुष्यों के लिए सामान्य बात है। हालांकि अपने पेशे के अनुसार कई बार इस पर काबू पाना भी जरूरी होता है। इंसान का स्वभाव ऐसा होता है कि वो कई बार अलग-अलग मौकों पर नर्वस होता है। लेकिन क्रिकेट में जब कोई खिलाड़ी शतक पूरा करते-करते आउट हो जाता है, तो उसे नर्वस नाइंटीज कहा जाता है।