Monkeypox के बाद आई West Nile Fever की आफत, ये है लक्षण और बचाव

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West Nile Fever: कोरोना से उबरने के बाद हाल ही में मंकीपॉक्स (MonkeyPox) के मामले सामने आ रहे थे. इसी बीच अब केरल में एक और नई बीमारी के चलते हड़कंप मच गया है. यहां पर त्रिशूर (Triessur) जिले में वेस्ट नाइल बुखार (West Nile Fever) के कारण एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. बता दें कि यह रोग मच्छरों की वजह से फैलता है और पिछले 3 सालों में यह मौत का पहला मामला सामने आया है.

मामले को लेकर केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि चिंता जैसी कोई बात नहीं है. बता दें कि इससे पहले साल 2019 में 6 साल के बच्चे की मौत भी इसी बुखार की वजह से चली गई थी. अब एक बार फिर मच्छरों द्वारा फैलाया जाने वाला यह वायरस रफ्तार में आता दिखाई दे रहा है.

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क्या है वेस्ट नाइल फीवर (West Nile Fever)

ये एक संक्रामक रोग है जो मच्छरों के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. यह पक्षियों से आने वाला वायरस है जो संक्रमित क्यूलेक्स मच्छरों के काटने से फैलता है. अगर यह अपनी रफ्तार पकड़ ले तो एक घातक बीमारी फैल सकती है. WHO के मुताबिक वायरस का पहला मामला 1937 में युगांडा की रहने वाली एक महिला के संक्रमित होने पर सामने आया था.

1953 में उत्तरी मिस्र के नाइल डेल्टा रीजन में इस वायरस की पहचान की गई थी. कौवे और कबूतरों में यह वायरस पाया गया था. 1997 से पहले तक इसे पक्षियों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं कहा जाता था लेकिन इसके बाद इजराइल में एक खतरनाक स्ट्रेन सामने आया था, जिसकी वजह से कई पक्षियों की मौत हो गई थी.

कैसे फैलता है वायरस

यह वेस्ट नाइल फीवर (West Nile Fever) मच्छरों के जरिए ही इंसानों में आता है. यह वायरस पक्षियों में मिलता है और जब पक्षी संक्रमित हो जाते हैं और मच्छर संक्रमित हुए पक्षी के संपर्क में आते हैं और इंसानों को काट लेते हैं तो यह इंसानों में भी फैल जाता है. इस वायरस के अभी तक इंसान से इंसान में फैलने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.

वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण

वेस्ट नाइल फीवर (West Nile Fever) के लक्षण आमतौर पर सामान्य ही होते हैं. जिसमें बुखार, सिर दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते, गर्दन में अकड़न, मांसपेशियों की कमजोरी शरीर में दर्द, ठंड लगना और पैरालाइसिस भी शामिल है. यह वायरस कुछ दिनों से लेकर हफ्ते तक रह सकता है और कई बार अपने आप खत्म भी हो जाता है.

कितना घातक है

बच्चे और बूढ़े के साथ वो लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है यह उन पर जल्दी अपनी पकड़ बनाता है अगर यह वायरस दिमाग में पहुंच जाए तो खतरनाक होने के साथ-साथ जानलेवा भी हो सकता है.

कैसे करें इलाज

वेस्ट नाइल वायरस (West Nile Fever) के लिए अभी तक कोई वैक्सीन तैयार नहीं हुई है. सामान्य बुखार की दवाई के साथ यह कई बार अपने आप खत्म हो जाता है. लेकिन कई बार इसके बढ़ने का खतरा होता है. इस वायरस से बचने के लिए अपने घर के आस-पास साफ सफाई रखना और मच्छरों को नहीं पनपने देना ही एक उपाय है.