कोलकाता : बंगाल में बवाल जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय बंगाल दौरे पर सीएम ममता बनर्जी को करारा झटका लगा है. अमित शाह की मौजूदगी में आज सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के 11 विधायक, 1 सांसद और एक पूर्व सांसद ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. अप्रैल-मई 2021 में बंगाल में विधानसभा चुनाव होना है और इससे पहले टीएमसी के लिए यह बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है.
अमित शाह के बंगाल दौरे का आज पहला दिन है. आज मिदनापुर में इस दौरान उन्होंने एक रैली की. मिदनापुर में शाह की रैली के दौरान ही टीएमसी को छोड़ने वाले नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया. इन सबमें सबसे चर्चित नाम सुवेंदु अधिकारी का रहा. सुवेंदु अधकारी ने इन नेताओं में से सबसे पहले टीएमसी से इस्तीफा दिया था. उन्होंने कुछ दिनों पहले ममता सरकार में परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था. वहीं कुछ दिनों पहले उन्होंने विधायक पद भी त्याग दिया. इसके बाद उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.
सेवेन्दु अधिकारी ने जब परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था, उस समय ही यह अटकलें लगने लगी थी कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इसी बीच उन्हें केंद्र सरकार द्वारा Z सिक्योरिटी प्रदान की गई थी. सरकार को अधिकारी पर हमले की आशंका थी. अधिकारी के इस्तीफे के बाद जीतेन्द्र तिवारी, शीलभद्र दत्ता और शुक्रवार रात को बनाश्री मैती ने भी टीएमसी से इस्तीफ़ा दे दिया.
इन नेताओं ने थामा भाजपा का दमन…
टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं में सुवेंदु अधिकारी के साथ तापसी मोंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पंजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, सुकरा मुंडा, श्यामपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बनाश्री मैत्री जैसे बड़े नाम शामिल रहे.