ऑनलाइन रूबरू हुए उद्यमी, वेबिनार श्रृंखला ” Whats Next 2020″ का शुभारंभ

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इंदौर : इंदौर के स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन देने हेतु नवउद्यमी ग्रुप प्रत्येक वर्ष अलग अलग क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित कर नॉलेज सीरीज के माध्यम से मार्गदर्शन देते हैं।

कोविड19 की वजह से इस बार यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजीत किया जाएगा।

नवउद्यमी ग्रुप के संयोजक श्री सुजीत सिंघल के अनुसार इस वर्ष पैंडेमिक की वजह से यह ऑनलाइन वेबिनार सीरीज़ इसी के आफ्टर इफेक्ट्स को लेकर प्लान की गई है।

इस बार पहले सेशन का विषय आत्मनिर्भर भारत के लिए रियल एस्टेट क्षेत्र -पोस्ट पैंडेमिक रखा गया।

अतिथि परिचय श्री पार्थ जी गुप्ता द्वारा दिया गया और परिचर्चा में श्री विनय पिंगले जी द्वारा नवउद्यमी समूह के गठन और उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी गई।

इस वेबिनार के विषय विशेषज्ञ श्री एम मुरली , जो कि श्रीराम प्रॉपर्टीज़ के एमडी और चेयरमैन हैं ने स्टार्टअप्स और नवउद्यमी ग्रुप के सदस्यों को संबोधित किया।

कार्यक्रम के मॉडरेटर श्वेतांक श्रीमाल थें । उन्होंने श्री मुरली से विभिन्न प्रश्नो के माध्यम से रियाल एस्टेट के भविष्य, सरकार की कार्ययोजना, अवसर और योजना पर बात की।

श्री मुरली ने बताया कि मोर गवर्ननेन्स और लेस गवर्नमेंट के फार्मूला से रियल एस्टेट को ऑर्गेनाइज सेक्टर में बदला जा सकता है इसी वजह से रेरा जैसे संस्थान अस्तित्व में आये हैं। यह क्षेत्र जितना सिस्टम बेस्ड होगा उतना ही इसका विकास होगा और यह रिसेशन जैसी स्थितियों और पैंडेमिक के आफ्टर इफेक्ट्स को आसानी से झेल पायेगा।

सरकार अफोर्डेबल हाउसिंग में बेहद ज्यादा स्पोर्ट कर रही है ऑयर साबस ज्यादा दिनन्द भी इसी सेक्टर में है इसलिये ज्यादा जोर इसी कैटेगरी में रहेगा।

एस्टेट डेवलपमेंट कंपनीज को क्वालिटी और टाइमली डिलीवरी पर बेहद ध्यान देना होगा और शॉर्ट कट्स से बचना हैं ।

रियल एस्टेट अभी तक देश की नौ बड़ी सिटीज के फोकस हुआ करता था पर अब इसे 100 से 200 स्मार्ट सिटीज पर बैलेंस होना चहिये।

सरकार बहुत सपोर्टिंग है और यदि वह गुड गवर्नेन्स को अप्लाई करे और इज़ी सिस्टम रहा तो बहुत शीघ्र ही प्रोजेक्ट समय पर पूरे होंगे। साथ ही इस सेक्टर में रिफॉर्म के लिए हाउसिंग लोन इंटरेस्ट रेट को कम करना होगा ।

आत्मनिर्भर भारत हेतु रियलिटी सेक्टर एक्सपोर्ट पर निर्भर है यदि भारत सरकार स्टार्टअप को सपोर्ट करे और रीयल्टी सेक्टर भारत मे बानी चीजों पर विश्वास कर उन्हें इस्तेमाल करे तो तस्वीर बदल सकती है।

इसके लिए लोकल इंडस्ट्री को क्वालिटी, इनोवेशन और SOP पर ध्यान देनाहोगा और बायर्स का विश्वास जीतना होगा।वेबिनार के अंत में आभार प्रदर्शन श्री सुजीत सिंहल ने किया।