ऐसा माना जाता है कि इन 15 दिनों में पितृ, पितृलोक से मृत्यु लोक में अपने वंशजों से सूक्ष्म रूप में मिलने आते हैं, उनका सम्मान करना, उनके लिए श्राद्ध अनुष्ठान आदि करने से वे प्रसन्न होते हैं.
ऐसा माना जाता है कि इन 15 दिनों में पितृ, पितृलोक से मृत्यु लोक में अपने वंशजों से सूक्ष्म रूप में मिलने आते हैं, उनका सम्मान करना, उनके लिए श्राद्ध अनुष्ठान आदि करने से वे प्रसन्न होते हैं.