देशभर में त्योहारों की धूम मची हुई है, दीवाली में सिर्फ कुछ ही दिन बचे है, दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है.
देशभर में त्योहारों की धूम मची हुई है, दीवाली में सिर्फ कुछ ही दिन बचे है, दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है.
इस साल धनतेरस 10 नवंबर को मनाया जाएगा, हर साल धनतेरस कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है.
इस साल धनतेरस 10 नवंबर को मनाया जाएगा, हर साल धनतेरस कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है.
इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन यमराज की पूजा भी की जाती है.
इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन यमराज की पूजा भी की जाती है.
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन यम देवता की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है.
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन यम देवता की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है.
इस दिन यम देवता के लिए दीपदान करने का खास महत्व होता है.
इस दिन यम देवता के लिए दीपदान करने का खास महत्व होता है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, यमदूतों ने बहुत साल पहले यमराज से सवाल कि क्या मनुष्य के लिए अकाल मृत्यु से बचने का कोई उपाय है?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, यमदूतों ने बहुत साल पहले यमराज से सवाल कि क्या मनुष्य के लिए अकाल मृत्यु से बचने का कोई उपाय है?
तब यमराज ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति धनतेरस के दिन विधि-विधान से दीपदान करता है.
तब यमराज ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति धनतेरस के दिन विधि-विधान से दीपदान करता है.
उसे अकाल मृत्यु का जीवन में कोई भय नहीं रहता है, इसलिए हमे धनतेरस के दिन दीप प्रज्ज्वलित करना चाहिए.
उसे अकाल मृत्यु का जीवन में कोई भय नहीं रहता है, इसलिए हमे धनतेरस के दिन दीप प्रज्ज्वलित करना चाहिए.