सभी ने यह व्रत रखा जिसके प्रभाव से देवताओं ने राक्षसों को हराकर विजय प्राप्त की, जिसके बाद देवताओं की पत्नियों ने अपना व्रत खोला.
सभी ने यह व्रत रखा जिसके प्रभाव से देवताओं ने राक्षसों को हराकर विजय प्राप्त की, जिसके बाद देवताओं की पत्नियों ने अपना व्रत खोला.