दिल्ली में स्थित अग्रसेन की बावली से जुड़े बहुत से किस्से कहानियां हैं ,बहुत से ऐसे राज हैं जो आज भी अनसुलझें हैं.

कुछ लोग इसे भूतिया स्मारक कहते हैं, तो कुछ लोग इसे पुराने खंडर बोलते हैं.

इसी तरह के बहुत से किस्सें अग्रसेन की बावली से जुडें हैं जिसे जानने के लिए लोग इसकी और खिंचे चले आते हैं.

दिल्ली के अंदर बहुत से पुरानें स्मारक मौजूद हैं, जिसे देखने के लिये देश-विदेश से लोग आते हैं.

इतिहासकार बताते है कि बावली को महाराजा अग्रसेन ने 14वीं शताब्दी में बनवाया था.

अग्रसेन की बावली में करीब 60 मीटर लंबा और 15 मीटर ऊंचा सीढ़ीनुमा कुंवा है, जिसे देखने के लिये दूर-दूर से लोग आते हैं.

बावली के बारे में कहा जाता है की महाभारत काल में ही इसका निर्माण करवाया गया था, बाद में अग्रवाल समाज ने इस बावली की मरम्मत करवाई.

आपको बता दें कि यहां ‘पीके’ समेत भारतीय फिल्मों की शूटिंग भी यहां हो चुकी है.