छठ पूजा सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि एक भावना है, घर के सभी सदस्यों को एकजुट करने का माध्यम होता है.

छठ शुद्धता और पवित्रता का महापर्व है, यही कारण है कि इसे सिर्फ शादीशुदा महिलाएं ही कर सकती हैं.

पटना के मशहूर ज्योतिषविद डॉ. श्रीपति त्रिपाठी के कहा कि कुंवारी लड़कियों को छठ करने की अनुमति नहीं होती है.

ज्योतिषविद डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि यह सूर्य उपासना का व्रत होता है, कुंवारी कन्याओं के लिए यह व्रत वर्जित है.

सूर्य की आराधना केवल महिलाएं ही कर सकती हैं, सूर्य की उपासना जो कोई सधवा हो या विधवा हो, वही कर सकती हैं.

ज्योतिषविद श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार, कुंवारी लड़कियों को अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए बढ़-चढ़कर इस त्योहार में हिस्सा लेना चाहिए.

शुद्धता और पवित्रता का ध्यान रखते हुए कुंवारी लड़कियां प्रसाद बनाने में मदद कर सकती हैं.

व्रतियों की सेवा, पूजा पाठ में मदद करने से भी सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और उनकी इस श्रद्धा को स्वीकार करते हुए मनोकामना पूर्ण करते हैं