रश्मिका उस वक्त को याद करते हुए एक इंटरव्यू में कहती हैं कि ये सिलिसिला कई महीनों तक चला, कई दुखभरे लम्हे थे, कई दर्दभरी चीजें मैंने पढ़ीं और देखीं.
रश्मिका उस वक्त को याद करते हुए एक इंटरव्यू में कहती हैं कि ये सिलिसिला कई महीनों तक चला, कई दुखभरे लम्हे थे, कई दर्दभरी चीजें मैंने पढ़ीं और देखीं.