भगवान की पूजा हम सभी करते हैं और प्रतिदिन उनको जल भी अर्पित करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस जल में अगर एक छोटी सी चीज डाल दी जाए तो उसे जल का महत्व कई गुना बढ़ जाता है.

इतना ही नहीं जल को जिस भगवान को अर्पण किया जाता है वह सीधे उन तक पहुंचता है.

ऐसी मान्यता है कि भगवान को खाली जल चढ़ाने के बजाय अगर जल में कुछ चीजें डाल दी जाए तो उस जल का महत्व कई गुना बढ़ जाता है.

 जल में कुछ चीजें डाल देने से उसका महत्व बढ़ जाता है और भगवान को खाली जल चढ़ाना भी नहीं चाहिए.

भगवान को चढ़ाए जाने वाले जल में अगर कुश डाल दिया जाए तो उसका महत्व बढ़ जाता है.

जल में कुश डाल देने से वह जल गंगाजल की तरह हो जाता है और वह चढ़ाना सही रहता है.

ऐसे में अगर आप भी भगवान को जल अर्पित कर रहे हैं तो उसमें कुश डालकर ही वह जल भगवान को चढ़ाना चाहिए.

समुद्र मंथन के बाद भगवान विष्णु के शरीर के रोमछिद्र थे उनमें से कुश की उत्पत्ति हुई है, कुश को भगवान विष्णु का रोम भी कहा जाता है और इसे भगवान विष्णु के स्वरूप में ही गिना जाता है.