ज्योतिष शास्त्र में हाथ की रेखाओं और उंगलियों पर बने चक्रों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन की संभावित घटनाओं का जानकारी प्राप्त किया जाता है.

हाथ की रेखाओं और आकाश में स्थित ग्रह-नक्षत्रों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन में होने वाले सुख-दुःख का अनुमान लगाया जा सकता है.

जन्मकुण्डली बनाने के लिए हाथ की रेखाओं का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन रेखाओं और चिन्हों का सीधा संबंध व्यक्ति के पूर्वजन्म के कर्मों से होता है.

हमारी उंगलियों पर बने चक्र व्यक्ति की आंतरिक ऊर्जा, संवेदनशीलता और क्षमताओं के बारे में खास सूचना देते हैं.

व्यक्ति के अंगूठे पर चक्र का होना धन और प्रभाव की प्राप्ति का सूचक होता है.

मध्यमा उंगली पर चक्र

इस उंगलियों पर चक्र का होना विभिन्न प्रकार की सफलता और समृद्धि का सूचक होता है, ऐसे लोगों पर शनि ग्रह की कृपा होती है.

अनामिका उंगली पर चक्र

अनामिका उंगली पर चक्र का होना व्यापार में सफलता का प्रतीक है, इसमें फिंगर प्रिन्ट तकनीक से भी व्यक्ति की पहचान और जानकारी हासिल की जाती है.