भोपाल -24 अक्टूबर 2020
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे व मुरैना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई के समर्थन में आज विशाल जनसभाओं को संबोधित किया।उनके संबोधन के प्रमुख बिंदु –
-शिवराज जी आज सभाओं में लोगों से कह रहे हैं कि मैं अभी टेंपरेरी मुख्यमंत्री मुझे परमानेंट मुख्यमंत्री बनाओ तो शिवराज जी जनता ने तो आपको पूरे 15 वर्ष परमानेंट मुख्यमंत्री बनाए रखा ,आपने तो प्रदेश को बर्बाद कर दिया, विकास की दृष्टि से पीछे धकेल दिया।
-अब जनता धोखा खाने वाली नहीं है।अब तो वह आपको फिर 5 साल घर बैठायेगी।जनता ने आपको 2018 में ही पहचान लिया था ,इस बार फिर आपको घर बैठना है लेकिन इस बार सच बोलना जरूर सीख लेना।
-चंबल वीरों की भूमि है ,मैं उसे नमन करता हूँ।यहां के लोग बड़ी संख्या में सेना में शामिल सीमा पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
-यहां का खून गर्म है ,वह लड़ सकता है लेकिन बिक नहीं सकता।
-यहां के पानी की तासीर में बगावत है लेकिन गद्दारी नहीं।
-जिसने चंबल से गद्दारी की ,उसे चंबल कभी माफ नहीं करता।
-भाजपा ने सौदेबाजी कर प्रदेश को देश भर में कलंकित किया है ,बदनाम किया है।
-ग्वालियर- चंबल के लोग और प्रदेश की जनता इस अपमान का व कलंक का बदला ज़रूर लेगी।
-हम चंबल घाटी के शहीदों की याद में भव्य शहीद स्मारक बनाएंगे।
-मैं मामा नहीं , मै जेब में नारियल लेकर नहीं चलता ,मैं झूठ नहीं बोलता ,मैं घोषणा नहीं करता ,मैंने कभी चाय नहीं बेची ,मैं तो सिर्फ साधारण कमलनाथ हूँ।
-भारत विभिन्न संस्कृति व अनेकताओ वाला देश है।
-बाबा साहेब आम्बेडकर के सामने चुनौती थी की एक ऐसा संविधान बनाएं जो सभी को एक झंडे के नीचे एक रख सकें।उन्होंने ऐसा सविधान बनाया था जिसकी आज विश्व भर में प्रशंसा होती है।
-उनके द्वारा बनाए संविधान में किसी विधायक-सांसद के निधन पर उपचुनाव का प्रावधान था लेकिन उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि सौदेबाजी व बोली से भी उपचुनाव होंगे।
-भाजपा ने सौदेबाजी व बोली से सरकार बना कर प्रदेश को देश भर में कलंकित किया।भाजपा का तो लक्ष्य है कि पंचायत के भी चुनाव ना हो ,बोली लगाकर सरपंच चुन लिया जाए।
-इन्होंने प्रजातंत्र को धनतंत्र में तब्दील कर दिय।
– यह उपचुनाव नहीं है , यह तो मध्य प्रदेश के किसानों ,युवाओं के भविष्य का चुनाव है।यह थोपा गया उपचुनाव है।
-चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है लेकिन यह कैसा उत्सव ? यह तो सौदेबाजी का उत्सव है।
-प्रदेश की जनता ने 2018 में ही तय कर लिया था कि 15 वर्ष शिवराज जी को देख लिया ,अब उन्हें घर बैठे आएंगे ,विदा करेंगे लेकिन उन्होंने 15 माह में ही सौदेबाजी से हमारी सरकार गिराकर जनमत का और जनादेश का अपमान किया।
-15 माह में मुझे काम करने के लिए सिर्फ़ साढ़े 11 माह ही मिले लेकिन इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया।
-शिवराज ने 15 वर्ष बाद जो प्रदेश हमें सौंपा वह किसानों की आत्महत्या ,महिलाओं पर अत्याचार, बेरोजगारी ,भ्रष्टाचार में नंबर वन था।
-हर क्षेत्र में चुनौती थी ,कृषि क्षेत्र में भी चुनौती थी ,किसानों को न्याय नहीं मिल पा रहा था ,उनको उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा था।
-हमने प्रदेश की इसी तस्वीर को बदलने को लेकर काम किया , हमने कृषि क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत की ,हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया।जिसको लेकर शिवराज जी निरंतर झूठ बोलते रहे और बाद में उनकी सरकार ने ही विधानसभा में इस कर्ज माफी की सच्चाई को स्वीकार किया।
-हमारी सरकार आने पर हम बचे किसानों के भी 2 लाख तक के कर्ज माफ करेंगे।
-इतिहास में पहली बार हमने डिफाल्टर ही नहीं बल्कि चालू खाते वालों का भी कर्ज माफ किया।
-भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने के लिए तीन काले कानून ले आयी लेकिन हमने स्पष्ट कर दिया है कि हमारी सरकार आने पर हम इन्हें मध्य प्रदेश में लागू नहीं करेंगे और समर्थन मूल्य से कम खरीदी को अपराध बनाने वाला कानून लाएँगे।
-भाजपा की सरकार में आज युवाओं का भविष्य अंधेरे में है ,वह ठेका कमीशन नहीं चाहता , वह तो अपने हाथों को काम चाहता है ,व्यवसाय का मौका चाहता है।
-प्रदेश में कोई निवेश नहीं आता था क्योंकि प्रदेश की पहचान माफिया-मिलावटखोरों व भ्रष्टाचार से थी।
-प्रदेश पर कोई विश्वास नहीं करता था।हमने इसी पहचान को बदलने का काम किया।जिससे प्रदेश में एक विश्वास का माहौल हो , निवेश आ सके ,जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके।
-मैंने किसानों का कर्जा माफ कर ,युवाओं को रोजगार देकर ,महिलाओं को सम्मान व सुरक्षा देकर, ₹100 में 100 यूनिट बिजली देकर ,कन्या विवाह की राशि बढ़ाकर ,माफियाओं-मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि डबल कर ,पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण देकर ,किसानों को आधी दर में बिजली देकर , क्या कोई पाप ,गुनाह या गलती की ?
-हाँ मेने एक गलती जरूर की कि मैंने सौदेबाजी कर अपनी सरकार नहीं बचाई क्योंकि मुझे पद व कुर्सी का लालच नहीं था ,मैं प्रदेश की राजनीति को कलंकित नहीं करना चाहता था ,प्रदेश के माथे पर सौदेबाजी का दाग नहीं लगाना चाहता था।
-हमारी सरकार में सोयाबीन व मक्का का क्या भाव था और आज क्या भाव है ,किसान ख़ुद अंतर देख ले ?
-मैं चाहता हूं कि प्रदेश की पहचान छोटे प्रदेशों से नहीं बल्कि बड़े प्रदेशों से हो।
-शिवराज सरकार में जितने उद्योग लगते नहीं थे ,उससे ज्यादा बंद हो जाते थे।
-आज मालनपुर की क्या हालत है , वहाँ की पहचान शराब उद्योगों से हो रही है।
-शिवराज जी अपने 15 साल का हिसाब भी नहीं दे रहे हैं और वर्तमान 7 माह का भी हिसाब नहीं दे रहे हैं।मैं कई बार उन्हें चुनौती दे चुका हूं कि आ जाये जनता के सामने अपना 15 साल का हिसाब लेकर और मैं भी अपने 15 माह का हिसाब लेकर सामने आ जाता हूं।
-वह सिर्फ झूठ बोलने ,घोषणा की व गुमराह की राजनीति करते हैं।
-शिवराज जी कलाकारी में माहिर है।मैं तो कहता हूं कि मुंबई चले जाओ ,शाहरुख खान और सलमान खान को भी एक्टिंग में पीछे छोड़ दोगे ,कम से कम एक्टिंग में तो मध्य प्रदेश का नाम आप रोशन करोगे।
-शिवराज जी कभी मंच पर घुटनों के बल बैठ जाते हैं ,कभी कहते हैं कि जनता मेरी भगवान ,अरे प्रदेश की जनता जानती है कि वह आपकी भगवान नहीं ,आपके भगवान तो माफिया हैं।
-शिवराज जी चुनाव में जेब में नारियल लेकर चलते हैं लेकिन जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं वह ट्रक भरकर नारियल लेकर चल रहे हैं।
-15000 अधूरी घोषणाए आज तक शिवराज जी की पूरी नहीं हुई।
-अब कह रहे हैं कि कोरोना की वैक्सीन गरीबों को मुफ्त में देंगे ,अरे अभी तो कोरोना की वैक्सीन बनी ही नहीं , जो बनी नहीं , उसकी भी घोषणा का काम चालू , झूठ का खेल शुरू ?
-आज की जनता समझदार ,युवा मतदाता बेहद समझदार ,उसे अब आप मूर्ख नहीं बना सकते ,गुमराह नहीं कर सकते।
-पिछले 7 माह में आपने कोरोना की टेस्टिंग के ना प्रबंध किए ,ना मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालो में व्यवस्था की ,कई लोगों की मृत्यु हो गयी।
-जब मैं मुख्यमंत्री था ,मैं कोरोना पर बात करता था तो आप कोरोना को डरोंना बताते थे।
-शिवराज जी की सरकार में अस्पतालों में डॉक्टर नहीं ,डॉक्टर के पास दवाई नहीं ,स्कूल में शिक्षक नहीं ,खंभे में तार नहीं और तार में बिजली नहीं।
-शिवराज जी ना किसानों की पीड़ा देख सकते हैं ,ना बेरोजगार युवाओं की पुकार सुन सकते हैं ,इनकी आंख और कान नहीं चलते ,इनका तो सिर्फ़ मुँह चलता है।
-प्रदेश की जनता तो कहती है कि “किसान बिना दाम के-नौजवान बिना काम के तो शिवराज जी आप किस काम के“ और ऐसा कह कर उन्होंने आपको घर बैठाया था।
-हमारी सरकार आने पर हम रेत माफियाओं को खत्म करने का कानून बनायेंगे।
-3 नवम्बर के बाद यह तंबू-टेंट-झंडे-पोस्टर नहीं रहेंगे लेकिन हमारा युवा नौजवान यही रहेगा ,किसान भाई यही रहेगा और आपके साथ कमलनाथ भी रहेगा।
-आज अतिथि शिक्षक परेशान है , नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं ,मैं तो उन्हें कह रहा हूं आप सुरक्षित रोजगार की बात करिए।हमारी सरकार आने पर हम आपके साथ न्याय करेंगे।
-मेहगाँव की सभा में मंच पर कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ,पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ,विनोद डागा ,मिर्ची बाबा, देवाशीष जरारिया ,राजवीर सिंह बघेल ,सुरेश राजपूत अजीत सिंह, राम बघेल ,रेखा भदोरिया आदि थे।
-मुरैना की सभा में कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई ,रामनिवास रावत ,छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा ,राजेंद्र तिवारी ,कैप्टन सुरेंद्र यादव ,बाबूलाल सोलंकी ,दिनेश गुर्जर ,दीपक शर्मा ,राकेश माहेश्वरी आदि मंच पर उपस्थित थे।