नईदिल्ली। सन 2009 में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल द्वारा स्टार्टअप के रूप में शुरू की गई ई-कॉमर्स कंपनी जो कालांतर में सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी बन चुकी है, लेकिन अब यह कंपनी अमेरीका की वालमार्ट ने खरीद ली है। यह डील साढ़े नौ खरब रुपए में हुई है। वालमार्ट ने 70 फीसदी हिस्सेदारी के लिए उक्त रकम में डील पक्की कर ली है।
बैंगलुरु में हुई इस डील मीटिंग में वॉलमार्ट के सीईओ डग मैकमिलन समेत दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। लगभग साढ़े खरब रुपये की यह डील संभवत: ई-कॉमर्स इंडस्ट्रीज की दुनिया की सबसे बड़ा सौदा है। साथ ही यह सौदा भारत के सबसे बड़े विलय और अधिग्रहण सौदों में गिना जा रहा है।
फ्लिपकार्ट का इतिहास…
गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट कंपनी को स्टार्टअप के रूप में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने दिल्ली से शुरुआत की थी। दोनों के उपनाम बंसल हैं लेकिन ये भाई या रिश्तेदार नहीं बल्कि दोस्त हैं। दोनों ने आईआईटी साथ-साथ किया और उसके बाद दोनों ने एक-दो कंपनी में साथ में नौकरी कर करियर की शुरुआत की थी। 2009 में दोनों ने मिलकर स्टार्टअप के रूप में फ्लिपकार्ट की स्थापना की और दिन प्रति दिन ऑनलाइन कंपनी को मिले रिस्पॉन्स के बाद छोटी-छोटी कंपनियां भी खरीदी ली थी। वर्तमान में ई-कॉमर्स कंपनियों में फ्लिपकार्ट बड़ी कंपनी के रूप में जानी जाती है। इसका कारोबार तब बढऩे लगा था, जब पहली बार किसी कंपनी ने लोगों को घर पहुंच सेवा की शुरुआत की थी। उसके बाद फ्लिपकार्ट ने ही कैश ऑन डिलीवरी की शुरुआत की, इसके बाद कंपनी का कारोबार में एकदम से उछाल आया। क्योंकि ग्राहकों को इसमें यह सुविधा भी दी गई थी कि पसंद नहीं आने पर वे सामान वापस कर सकते हैं, वह भी बगैर किसी चार्ज के। इसकी शुरुआत कर बंसल दोस्तों ने इस इंडस्ट्रीज में धूम मचा दी थी।