विनेश फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के विवाद में एक बार फिर अब खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस लौटाने की घोषणा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के नाम दो पेज के लेटर में इस निर्णय की घोषणा की है।
फोगाट ने अपने पदकों की मूल्यांकन करते हुए कहा, “हमारे मेडल्स-अवॉर्ड्स को 15 रुपए का मूल्य दिया जा रहा है, जो मेरी जिंदगी में कोई महत्त्व नहीं रखता। अब मुझे भी अपने पुरस्कारों से घिन आने लगी है। मुझे मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड दिया गया था।” उन्होंने प्रधानमंत्री से अपने पुरस्कारों को वापस लेने की अपील की है ताकि वह सम्मान के बोझ से मुक्ति पा सकें।
इससे पहले बजरंग पूनिया पद्मश्री लौटा चुके हैं। उन्होंने पद्मश्री अवार्ड प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ पर रख दिया था। वहीं साक्षी मलिक कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर चुकी हैं। हालांकि इसके बाद केंद्र सरकार ने कुश्ती फेडरेशन की नई चुनी कार्यकारिणी को भंग कर दिया था।
इससे पहले बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री वापस कर दिया था। इसके बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया है। खिलाड़ियों द्वारा यह निर्णय एक बड़ा निर्णय है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में विनेश ने कहा की – ‘हर महिला सम्मान से जिंदगी जीना चाहती है। इसलिए प्रधानमंत्री सर, मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड आपको वापस करना चाहती हूं ताकि सम्मान से जीने की राह में ये पुरस्कार हमारे ऊपर बोझ न बन सकें।’