नई दिल्ली: एक समय वो था जब कुख्यात तस्कर वीरप्पन आतंक से भरा और दो राज्यों की सरकारों के लिए सिरदर्द था। लेकिन आज कुख्यात तस्कर वीरप्पन की बेटी विद्यारानी को बीजेपी के तमिलनाडु युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया है। बता दे कि फ़रवरी 2020 में विद्यारानी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। लेकिन विद्यारानी के बीजेपी में शामिल होने के बाद काफी बवाल भी हुआ था। तो विद्यारानी ने कहा था कि उन्हें उनके पिता से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यही नहीं उन्होंने यह भी दावा किया था कि वह अपने पिता से सिर्फ एक बार मिली थीं।
बता दे कि 2004 में कुख्यात चंदन एवं हाथीदांत तस्कर वीरप्पन पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। 16 साल बाद उसकी बेटी विद्यारानी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। बता दे कि विद्या लॉ ग्रैजुएट हैं और कृष्णागिरि में बच्चों के लिए स्कूल चलाती हैं। विद्या एक एजुकेशनल इंस्टिट्यूट चलाती हैं। साथ ही वह चाहती हैं कि वह समाज के लिए कुछ और बेहतर कर सकें। विद्या ने कहा कि वह पीएम मोदी से प्रभावित होकर वह बीजेपी में शामिल हुई हैं।
विद्या के बीजेपी में शामिल होने के बाद लोगो ने बीजेपी को निशाने में लेना शुरू कर दिया था। विद्या का उनके पिता वीरप्पन को लेकर उनका कहना है कि वह सिर्फ 14 साल की थीं, जब पिता का एनकाउंटर हुआ। विद्या के मुताबिक, 7-8 साल की उम्र में वह अपने पिता से सिर्फ एक बार मिली थीं।