पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोगों ने एक बार फिर से आजादी की गुहार लगाई है। पुलिस प्रशासन की क्रूरता को लेकर कश्मीर के लोगों ने विद्रोह खड़ा कर दिया है। इस दौरान पुलिस ने यहां प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने के लिए उनपर लाठीचार्ज के साथ फायरिंग तक कर रही है। जिससे गुस्साई भीड़ एक पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने मुद्रास्फीति के खिलाफ पीओके के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। 10 मई को मुजफ्फराबाद में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल ने शहर को ठप कर दिया, साथ ही एएसी ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में व्यवधान के खिलाफ और अधिक विरोध प्रदर्शन करने की कसम खाई।
शुक्रवार को एएसी ने उच्च करों, बिजली बिलों और मुद्रास्फीति में अचानक वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़पें तब भड़कीं जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले दागे।इसके चलते पीओके के कई हिस्सों जैसे समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला में हड़ताल बुलाई गई।
Police vs kashmiri after police break the law, when police is keeping the constitution under the feet than thats how they should be treated.@iRaiSaqib @noshigilani @abidkpcc @HamidMirPAK #kashmir_under_attack#kashmir#Muzaffarabad#kashmir_needs_attention… pic.twitter.com/f0CKVjQ6Bi
— Faizan Maqsood (@rajafaizanmaqs1) May 11, 2024
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में क्या हो रहा है?
अवामी एक्शन कमेटी ने बिजली बिलों पर लगाए गए अन्यायपूर्ण करों के विरोध में पीओके के मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण मार्च की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया, जिसके कारण मुद्रास्फीति आसमान छू गई। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
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सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरों में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए, आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को हिंसक झड़प के बाद दर्जनों पुलिस कर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी कर रही है और झड़पों में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में एक पुलिस एसएचओ की मौत हो गई, जिसे कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।
मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप का आह्वान करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है और केंद्र अलग नहीं रह सकता। उन्होंने कहा, स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. यह वास्तव में पहले से ही हाथ से बाहर है। और भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित इस कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता में मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।